बिहार में अग्निपथ योजना के खिलाफ हुए बवाल में पुलिस हिंसा भड़काने वालों की तलाश कर रही है। इस बीच मुजफ्फरपुर में युवाओं की भीड़ को उकसाने में एक ट्रेनर का नाम सामने आया है। रंजन दूबे नाम के शख्स ने युवाओं को भड़काकर भगवानपुर में भीड़ इकट्ठा की और फिर बड़ा बवाल करने को कहा।
पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक युवाओं ने पहले चक्कर चौक को जाम किया था। मगर रंजन दूबे ने उन्हें बवाल करने के लिए उकसाया। उसने प्रदर्शनकारियों को रेलवे या हाईवे पर आगजनी करने के लिए भड़काया। इसके बाद उपद्रवी चक्कर चौक से तोड़फोड़ करते हुए माड़ीपुर होते हुए भगवानपुर चौक पहुंच गए।
सदर थाना पुलिस रंजन दूबे को मुख्य आरोपी मानते हुए कार्रवाई कर रही है। इस केस में सरेंडर करने के लिए रंजन दूबे कोर्ट में अपने वकील के साथ पहुंचा था, हालांकि नामजद आरोपी नहीं होने के चलते उसने सरेंडर नहीं किया। फिर वह फरार हो गया।
इसके बाद पुलिस की स्पेशल टीम ने उसके सोशल मीडिया अकाउंट खंगाले तो उसकी संलिप्तता सामने आई। भगवानपुर चौक पर बवाल के आरोप में पकड़े गए दो युवकों से पूछताछ में उसका नाम सामने आया। पुलिस रंजन दूबे के करीबियों से पूछताछ में जुटी है। रंजन दूबे यूथ ट्रेनर है जो सोशल मीडिया से युवाओं को गाइड कर रहा था।