शहर में सिकंदरपुर मन के सौंदर्यीकरण के लिए जारी प्रयासों की दिशा में स्मार्ट सिटी ने बुधवार को एक और कदम बढ़ाया। स्मार्ट सिटी के एमडी विवेक रंजन मैत्रेय व गुजरात की कंपनी ‘योगी कंस्ट्रक्शन के बीच करार पर दस्तखत हुए। कंपनी को जल्दी ही वर्क ऑर्डर जारी किया जाएगा। उसके 18 महीने के भीतर कार्य एजेंसी को इस योजना को पूरा कर देना है।
वर्ष 2002 से सिकंदरपुर मन के सौंदर्यीकरण की शुरू हुई पहल बुधवार को एक हद तक मुकाम पर पहुंची। पहले जिला प्रशासन, फिर नगर निगम व उसके बाद वन विभाग ने इस मन के सौंदर्यीकरण की डीपीआर तैयार की थी। लेकिन राशि के अभाव में सभी योजनाएं धराशाई हो गईं। लम्बी कवायद के बाद यह इलाका स्मार्ट सिटी के दायरे में शामिल कर लिया गया। इसके बाद इसके सौंदर्यीकरण का निर्णय लिया गया। इसके सौंदर्यीकरण के लिए स्मार्ट सिटी ने 177 करोड़ की डीपीआर स्वीकृत की। उसके बाद कंपनियों से टेंडर मंगाया गया। कई कंपनियां इस दौर में शामिल थीं, लेकिन आखिरकार तकनीकी व कॉमर्शियल बीड के आधार पर गुजरात की कंपनी का चुनाव कर लिया गया।
ऐसे होगा मन का सौंदर्यीकरण :
सिकंदरपुर मन के सौंदर्यीकरण में कई योजनाओं को शामिल किया गया है। इस मन के रास्तों को ग्रीन-वे बनाया जाएगा। यानि डीजल व पेट्रोलचालित वाहनों को इस मन की बगल वाली सड़क से नहीं गुजरने दिया जाएगा। इसके रास्ते से सिर्फ सीएनजी व इलेक्ट्रिक वाहन ही गुजरेंगे। सड़क को सोलर लाइट से लैस किया जाएगा और मन में भी लाइट व झरना लगाये जाएंगे। इसमें फ्लोटिंग रेस्तरां व वोटिंग की सुविधा भी लोगों को मिल पाएगी। पार्क के अंदर खाने-पीने की चीजें ले जाने की मनाही होगी। लाइट एंड म्यूजिक के सहारे पार्क को गुंजायमान रखा जाएगा।
बदलेगी शहर की सूरत :
अनुमान है कि वर्क ऑर्डर जारी होने के बाद कंपनी को इस काम को मई 2023 तक पूरा करने का समय मिलेगा। स्मार्ट सिटी के अधिकारियों का मानना है कि इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद सिकंदरपुर मन सहित शहर की सूरत बदलेगी और लोगों को घूमने की एक अच्छी जगह मिल जाएगी, जो शहर की पहचान भी बनेगी।
INPUT: Hindustan