मुजफ्फरपुर S*X रैकेट कांड में खुलासा; 12 लड़के आंटी को सप्लाई करते थे लड़कियां, नौकरी का झांसा देकर लाते थे फिर वीडियो बनाया और ब्लैकमेलिंग शुरू

मुजफ्फरपुर सेक्स रैकेट मामले में रोज नए खुलासे हो रहे हैं। अहियापुर झपहां से गिरफ्तार हुई शहनाज खातून उर्फ आंटी जी का जाल पूर्वी चंपारण से लेकर समस्तीपुर तक फैला हुआ था। इनके गिरोह में करीब 12 से अधिक युवक शामिल हैं।

ये ग्राहक फंसाने से लेकर युवती और महिलाओं को बहला-फुसलाकर मास्टरमाइंड तक पहुंचाने का काम करते थे। ये गिरोह मुख्य रूप से उसी महिला और युवतियों को अपनी जाल में फंसाता था, जिनकी आर्थिक हालत खराब होती थी।

उन्हें पैसे की सख्त जरूरत रहती हो। वैसे परिवार को इस गिरोह के युवक टारगेट करते हैं। फिर उन्हें कपड़ा दुकान, स्वास्थ्य विभाग, शॉपिंग मॉल समेत अन्य जगहों पर नौकरी और मोटी रकम का लालच देते थे।

जरूरतमंद लोग इनके चुंगल में तुरंत फंस जाते। सूत्र बताते हैं कि इनके परिवार वालों को एडवांस में कुछ रुपए भी दिया जाता था। ताकि किसी प्रकार का विवाद नहीं हो।

समस्तीपुर की पीड़िता भी शामिल

आंटी के अड्डे से समस्तीपुर की एक पीड़िता को भी मुक्त कराया गया था। उसने और अहियापुर की पीड़िता ने पुलिस को बताया कि करीब एक महीने से दोनों उसके चुंगल में फंसे हुए हैं। उनसे पहले पूर्वी चंपारण समेत अन्य जगहों की महिलाएं भी थीं, लेकिन उनके आने के बाद उक्त महिलाओं को छोड़ दिया गया था। वे लोग अपने घर चली गई थीं। पिछले एक महीने से वे दोनों ही अड्डे पर रह रही थीं।

…और फंस जाती थी चुंगल में

महिला या युवतियों को शहर लाया जाता। यहां की चकाचौंध दिखाते और आंटी तक पहुंचा देते थे। फिर यहां से आगे का पूरा खेल मास्टरमाइंड रचती थी। पहले तो वह अपनी चुंगल में फंसी महिला और युवतियों को चिकनी चुपड़ी बातों में फंसाती। फिर अधिक रुपए कमाने का लालच देती। फिर भी अगर वे तैयार नहीं होतीं तो जबरन मारपीट कर उन्हें इस धंधे में उतार दिया जाता था। उन युवतियों और महिलाओं की अश्लील तस्वीर भी खींचती थीं ताकि ये कहीं मुंह नहीं खोलें।

15 मोबाइल नंबर पुलिस के रडार पर

मास्टरमाइंड को जेल भेजने के बाद पुलिस इस पूरे सिंडिकेट को खंगालने और ध्वस्त करने में जुट गई है। पुलिस के हाथ सेक्स रैकेट के अड्डे से एक मोबाइल हाथ लगा था। बताया जा रहा है कि ये मास्टरमाइंड का मोबाइल है। इससे महत्वपूर्ण सुराग मिलने की बात सामने आई है, लेकिन पुलिस अनुसंधान बाधित होने की बात बोलकर गोपनीयता बरत रही है।

पुलिस सूत्रों का कहना है कि करीब 15 संदिग्ध मोबाइल नम्बर मिले हैं, जो पुलिस के रडार पर हैं। इन सभी नम्बरों की कुंडली खंगाली जा रही है। वहीं सन्देह के आधार पर पुलिस ने तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया है।

इनसे पूछताछ कर सत्यापन की जा रही है। कहा जा रहा है कि ये तीनों प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से मास्टरमाइंड से जुड़े हैं। सत्यापन के बाद ही सच्चाई सामने आएगी।

कोर्ट में 164 का बयान दर्ज

इधर, अहियापुर थाने की दरोगा सह केस की IO विनीता कुमारी ने दोनों पीड़िताओं का कोर्ट में 164 का बयान दर्ज कराया। उक्त बयान को सीलबंद लिफाफे में रखा गया है। आगे की कार्रवाई शुरू होने पर इसे खोला जाएगा।

पीड़िताओं से जब भास्कर ने बात करने की कोशिश की तो पुलिस ने उन दोनों को साफ तौर पर मना कर दिया। कहा कि कोर्ट के अलावा और कहीं किसी को कुछ मत बताना। यह सुनकर पीड़िता ने चुप्पी साध ली।

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