ईद-उल-अजहा की नमाज 10 जुलाई यानि रविवार को अदा की जाएगी। सुबह साढ़े छह बजे से 9:30 बजे तक अलग-अलग मस्जिदों व ईदगाहों में नमाज अदा की जाएगी। नमाज के बाद कुर्बानी दी जाएगी।
पर्व को लेकर ईदगाहों और मस्जिदों को सजा दिया गया है। मौलाना आले हसन ने बताया कि कुर्बानी हजरत इब्राहिम अलैहिस्सलाम की सुन्नत है। उन्होंने अल्लाह की रजा के लिए अपने बेटे की गर्दन पर छुरी चला दी। उनकी यह अदा अल्लाह को इतनी पसंद आयी कि इसे वाजिब कर दिया। मौलाना ने कहा कि वह मालदार जिस पर जकात फर्ज है, उस पर कुर्बानी भी वाजिब है। ईद की तरह ही लोग इसकी नमाज अदा करते हैं।