जिला परिवहन कार्यालय का की-मैनेजमेंट सिस्टम यानी केएमएस खराब हाे गया है। इससे 10 हजार से अधिक ड्राइविंग लाइसेंस फंस गया है। इन सभी लाइसेंस का कार्ड प्रिंट हाे गया है। लेकिन केएमएस खराब रहने से इसे सिस्टम पर अपलाेड नहीं किया जा सका है। इससे बैकलाॅग लगातार बढ़ रहा है। पहले से ही जिले में 20 हजार से अधिक ड्राइविंग लाइसेंस बैकलाॅग है। इस बीच केएमएस खराब हाेने के कारण विगत एक सप्ताह से 10000 से अधिक ड्राइविंग लाइसेंस लाेगाें काे डिस्पैच नहीं किया जा पा रहा है। हालांकि, डीटीओ सुशील कुमार ने इसकी जानकारी मुख्यालय काे दी है। मुख्यालय से अगले सप्ताह इंजीनियराें की टीम भेजकर इसे ठीक कराने का आश्वासन दिया गया है।
पहले से ही जिले में 20 हजार से अधिक बैकलाॅग, डीएल के लिए लोग दौड़ रहे डीटीओ
डीएल बनने के बाद डिस्पैच नहीं होने से लाेग हैं परेशान
ड्राइविंग लाइसेंस बनने के बाद भी डिस्पैच नहीं हाेने से लाेगाें की परेशानी बढ़ गई है। वाहन जांच में डीएल नहीं दिखाने पर जुर्माना देना पड़ रहा है। शनिवार काे मीनापुर के अनुज कुमार, कांटी के शंभू प्रसाद, विनय सिंह समेत कई लाेग डीटीओ ऑफिोस पहुंचे। डीटीओ से मिलकर कार्ड नहीं मिलने की शिकायत की। डीटीओ काे बताया कि कार्ड प्रिंट हाे गया है, लेकिन केएमएस खराब हाेने के कारण डिस्पैच नहीं हाे रहा है। जैसे ही केएमएस ठीक हाे जाएगा, लाइसेंस डिस्पैच कर दिया जाएगा।
केएमएस में कार्ड डालते ही डिटेल हो जाती है ऑनलाइन
ड्राइविंग लाइसेंस के लिए सभी प्रक्रियाएं पूरी करने के बाद स्मार्ट कार्ड प्रिंट किया जाता है। इसके बाद इस कार्ड काे की मैनेजमेंट सिस्टम के साॅफ्टवेयर में डालकर ऑनलाइन किया जाता है। इससे कार्डधारक का पूरा विवरण ऑनलाइन हाे जाता है। बिना केएमएस किए कार्ड का महत्व शून्य हाेता है।
वन नेशन-वन कार्ड लागू हाेेने के बाद से ही समस्या
पहले वन नेशन-वन कार्ड याेजना के तहत साॅफ्टवेयर अपडेट करने काे लेकर तीन माह तक डीएल बनाने का काम बंद कर दिया गया। फरवरी में जब शुरू हुआ तब से काेई न काेई तकनीकी खराब लगातार आ रही है।
“केएमएस खराब हाेने से ड्राइविंग लाइसेंस का कार्ड प्रिंट हाेेने के बाद भी डिस्पैच नहीं किया जा रहा है। इसे ठीक करने के लिए मुख्यालय काे सूचित किया गया है। शीघ्र ही इसे ठीक कर लिया जाएगा। इसके बाद पेंडिंग कार्ड काे आवेदक के पते पर भेज दिया जाएगा।”