नीतीश्वर कॉलेज के छात्रों की उपस्थिति पंजी की जांच कराई जाएगी। विशेष तौर पर कॉलेज के हिन्दी विभाग की उपस्थिति पंजी को जांच के लिए जमा करने का आदेश विश्वविद्यालय प्रशासन ने दिया है।
कॉलेज के शिक्षक प्रो. ललन कुमार की ओर से बिना छात्रों को पढ़ाए वेतन की राशि वापस करने और फिर लिखित माफी मांगने के बाद तीसरे दिन भी इस प्रकरण को लेकर विवि से लेकर कॉलेज तक शिक्षकों में चर्चा होती रही। छात्रों की उपस्थिति को लेकर कॉलेज से उपस्थिति पंजी मंगाई गई है ताकि छात्रों के कक्षा में आने की सच्चाई पता चल सके। हालांकि, शनिवार को उपस्थिति पंजी विवि प्रशासन को नहीं सौंपी जा सकी। कॉलेज के प्राचार्य ने बताया कि प्रभार में शिक्षक ललन कुमार ही हैं, लेकिन वह कॉलेज नहीं आ रहे हैं। चाबी नहीं होने के कारण उपस्थिति पंजी नहीं निकाली जा सकी। उनके आते ही रजिस्टर विवि भेजा जाएगा। प्राचार्य ने कहा कि प्रो. ललन कुमार से भूल हो गई है। भूल किसी से भी हो जाती है। हम उनके साथ हैं। इधर, प्रो. ललन कुमार से साथी शिक्षकों का संपर्क हो सका। शिक्षकों ने बताया कि पिछले दो दिन से उनके मोबाइल पर संपर्क करने की कोशिश की जा रही थी। बात हुई है। शिक्षकों ने कहा कि वह ठीक हैं।