एसकेएमसीएच में सोमवार को होमी भाभा कैंसर अस्पताल व अनुसंधान केंद्र के सौजन्य देश की पहली वन हेल्थ लैब शुरू हुई। इसका उद्घाटन सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने किया।
उन्होंने कहा कि इस लैब की शुरुआत बिहार से होना गर्व की बात है। एसकेएमसीएच में इस लैब को टाटा मेमोरियल कैंसर हॉस्पिटल के तकनीकी सहयोग से पैथोलॉजी विभाग और डॉक्टर्स फॉर यू संस्था की ओर से संचालित किया जाएगा।
वहीं, टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल के प्रभारी डॉ. रविकांत सिंह ने बताया कि इस लैब में जीनोम सिक्वेंसिंग की जा सकेगी। इससे किसी व्यक्ति को किस प्रकार का कैंसर है, उसका पता चल सकेगा। अभी कैंसर का पता करने के लिए बायोप्सी, एमआरआई या सिटी स्कैन किया जाता है। जीनोम सिक्वेंसिंग के माध्यम से प्रसव के पूर्व ही बच्चे की जांच कर उसके जन्म से पहले की बीमारी की पहचान की जा सकती है। इसके अलावा जानवरों में होने वाली बीमारियों और प्रदूषण का मनुष्य पर होनेवाले असर के बारे भी इस लैब में शोध किया जाएगा।
दवा कंपनी ने लैब के लिए दिए 100 करोड़
डॉ. रविकांत ने बताया कि वन हेल्थ लैब शुरू करने के लिए एक निजी दवा कंपनी ने 100 करोड़ रुपये दिए हैं। इसके अलावा डॉक्टर्स फॉर यू संस्था ने भी दस करोड़ रुपये का सहयोग दिया है। लैब एसकेएमसीएच की पीआईसीयू की चौथी मंजिल पर खोला गया है। इसमें पैथेलॉजी लैब, माइक्रोबायोलॅजी लैब और कैंसर जीनोम सिक्वेंसिंग का काम होगा।