मुजफ्फरपुर । शहर को स्मार्ट बनाने की तैयारी तो चल रही, मगर बेतरतीब तरीके से। जहां-तहां खोदे गए गढ्डे के कारण लगातार परेशानी झेल रहे शहरवासियों का दर्द निर्माण एजेंसियों की मनमानी ने दूना कर दिया है।
सोमवार को भी बिना किसी पूर्व सूचना के मोतीझील रोड को कल्याणी के पास बांस-बल्ला लगातार बंद कर दिया गया। इससे मोतीझील होकर यातायात पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया। इसकी जानकारी नहीं होने से राहगीर तेज धूप और उमस में जूझते रहे। दस मिनट का रास्ता तय करने में आधा घंटा लगा।
स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि मोतीझील में बने कल्वर्ट का पहुंच पथ बनाने के लिए रोड को बंद किया गया है। पहले कल्वर्ट निर्माण के लिए सड़क को सूचना देकर बंद किया गया था तब पहुंच पथ का निर्माण नहीं किया गया। एक बार फिर इसके लिए सड़क को बंद कर दिया गया है। दुकानदारों का कहना था कि बार-बार सड़क को बंद कर दिए जाने से उनका व्यापार चौपट हो गया है। आमगोला ओवरब्रिज किया बंद, वैकल्पिक व्यवस्था नहीं
सोमवार की सुबह साढ़े दस बजे कलमबाग चौक से चंद्रलोक चौक पुल तक भीषण सड़क जाम था। वाहनों के साथ-साथ पैदल यात्री वहां फंसे हुए थे। न कोई आगे जा पा रहा था और न ही पीछे। धूप की तल्खी के बीच जाम में फंसे लोग पूरी तरह से हलकान थे। लेकिन इस जाम से निटपने के लिए वहां यातायात पुलिस का एक भी जवान तैनात नहीं दिखा। राहगीर जाम से जूझते रहे और पुलिस सोई रही। बाद में कुछ स्थानीय युवकों ने कमान संभाली तो हालात बदले और जाम में फंसे लोग किसी तरह आगे बढ़ पाए। यही हाल अघोरिया बाजार से सादपुरा रेलवे गुमटी तक सड़क की रही। यहां भी लोग घंटों जाम में फंसे रहे। बार-बार रेल गुमटी के गिरने पर जाम की समस्या और गंभीर होती रही। यह हाल व्यस्ततम रहने वाले आमगोला ओवरब्रिज से आवागमन बंद कर दिए जाने के बाद हुआ है। पुल से आवागमन बंद होने के कारण वैकल्पिक मार्गो, सादपुरा एवं पंखा टोली रोड पर वाहनों का दबाव बढ़ गया है।
बता दें कि शनिवार को नगर निगम ने हरिसभा चौक पर सड़क निर्माण को लेकर आमगोला ओवरब्रिज को रविवार से 16 जुलाई तक बंद करने की सूचना से जिला एवं पुलिस प्रशासन के साथ-साथ डीएसपी यातायात को अवगत करा दिया था। इसके बाद भी वैकल्पिक मार्गों पर यातायात की अलग से व्यवस्था नहीं की गई।