श्रावणी मेले में असमाजिक तत्वों एवं अन्य चीजों पर नजर रखने के लिए बाबा गरीबनाथ मंदिर के बगल में कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम बनाया जाएगा। सफलतापूर्वक आयोजन कराने के लिए डीएम के नेतृत्व में पुलिस-प्रशासन की टीम ने चंद्रहट्टी से लेकर बाबा गरीबनाथ मंदिर तक तैयारियों का जायजा लिया।
उसके बाद डीएम ने सभी विभागों के पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। आरडीएस एवं आरबीटीएस कालेज में मुख्य रूप से श्रद्धालुओं के लिए उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं को देखा। शौचालय, पेयजल, स्नानागार के बारे में पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता से जानकारी ली। आरडीएस कालेज में बन रहे टेंट सिटी का जायजा लिया। डीएम प्रणव कुमार ने सभी अधिकारियों को तय समय के अंदर कार्य को पूर्ण करने को कहा। 17 जुलाई को श्रावणी मेला का उद्घाटन स्थानीय डीएन हाई स्कूल में होगा।
डीएम ने गरीबनाथ मंदिर एवं आसपास के स्थलों पर श्रावणी मेला के मद्देनजर की जा रही तैयारियों का भी मुआयना किया। बाद में डीएम सभाकक्षा में श्रावणी मेले की सफलता को लेकर बैठक की गई। बिंदुवार सारे अधिकारियों से इस पर जानकारी ली गई।
23 हेल्थ कैंप की ली जानकारी
फकुली से लेकर रामदयालु होते हुए मंदिर तक स्वास्थ्य विभाग द्वारा बनाए जाने वाले हेल्थ कैंप की जानकारी ली गई। सिविल सर्जन 23 हेल्थ कैंप लगाए जाने की जानकारी दी। प्रत्येक कैंप में दो-दो बेड भी लगाया जाएगा। मंदिर के पास एवं अन्य जगहों पर आवश्यकतानुसार एंबुलेंस एवं मोबाइल मेडिकल वैन की उपलब्धता रहेगी। यहां कोरोना टीकाकरण एवं जांच की सुविधा भी होगी। वही पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता ने सभी ठहराव स्थलों पर पर्याप्त शौचालय, स्नानागार और पेयजल की उपलब्धता की जानकारी दी। बैठक में सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन, उद्घाटन कार्यक्रम की तैयारी, रूट चार्ट से संबंधित विज्ञापन का प्रकाशन, विद्युत की उपलब्धता, बैरिकेडिंग/ड्राप गेट, जिग-जैग का निर्माण, शहर की साफ सफाई, नियंत्रण कक्ष स्थापना, अतिक्रमण मुक्त अभियान, कांवरिया पथ पर यातायात नियंत्रण, महत्वपूर्ण जगहों पर नगर निगम द्वारा लगाए जाने वाले डिस्प्ले, सभी महत्वपूर्ण सूचनाओं को प्रदर्शित करने हेतु एप का निर्माण, विधि व्यवस्था के लिए दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति सहित अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में जानकारी ली। मौके पर एसएसपी जयंत कांत, नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय, डीडीसी आशुतोष द्विवेदी, एसडीओ पूर्वी ज्ञान प्रकाश, पश्चिमी बृजेश कुमार, कार्यपालक अभियंता भवन प्रमंडल, पीएचईडी एवं आरसीडी के कार्यपालक अभियंता, विद्युत विभाग सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय पदाधिकारी मौजूद थे।