पटना, सीवान, बेगूसराय, लखीसराय और बगहा में बुधवार दोपहर बारिश शुरू हो गई। पटना, समस्तीपुर और बक्सर में आगे दो से तीन घंटे तक तेज बारिश का अलर्ट मौसम विभाग ने जारी किया है। पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सारण, मुजफ्फरपुर, मधुबनी और सीतामढ़ी में भारी बारिश के साथ आंधी और तूफान आने की संभावना है।
राज्य में रूठे मानसून की वजह से लोग गर्मी से परेशान हैं। बारिश न होने की वजह से 30 जिलों में सूखे जैसे हालात बन गए हैं। इसी बीच मौसम विभाग ने राहत की खबर दी है। मौसम विभाग के अनुसार बिहार में अगले 24 घंटे में मौसम फिर करवट लेगा। लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी।
मौसम विभाग ने सुबह ही 30 जिलों में आंधी-तूफान के साथ वज्रपात का पूर्वानुमान लगाया है। दरभंगा, शिवहर, वैशाली, समस्तीपुर, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, सहरसा, कटिहार, मधेपुरा, सुपौल, कैमूर, बक्सर, भोजपुर, रोहतास, औरंगाबाद, अरवल, पटना, जहानाबाद, गया, नालंदा, नवादा, बेगूसराय, लखीसराय, खगड़िया, शेखपुरा, जमुई, , मुंगेर, बांका और भागलपुर में आंधी तूफान के साथ वज्रपात की प्रबल संभावना जताई थी।
30 जिलों में अब भी सूखे का डर
राज्य के 8 जिलों को छोड़कर 30 जिलों में बिल्कुल भी बारिश नहीं हुई है। इनमें दरभंगा, शिवहर, वैशाली, समस्तीपुर, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, सहरसा, कटिहार, मधेपुरा, सुपौल, कैमूर, बक्सर, भोजपुर, रोहतास, औरंगाबाद, अरवल, पटना, जहानाबाद, गया, नालंदा, नवादा, बेगूसराय, लखीसराय, खगड़िया, शेखपुरा, जमुई, मुंगेर, बांका और भागलपुर शामिल हैं।
इसका सीधा असर यहां के किसानों पर पड़ा है। बारिश न होने से किसानों को फसल बुआई में देरी हुई। बहुत कम सक्षम किसानों ने अपने निजी संसाधन से बुआई कराई, लेकिन बारिश के न होने से अब सुखाड़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं।