औद्योगिक क्षेत्र की जमीन की लीज दर में रियायत से मुजफ्फरपुर औद्योगिक क्षेत्र में प्रति एकड़ जमीन दो करोड़ 14 लाख रुपये हो गई है। यहां पर 20 प्रतिशत छूट दी जाएगी।
इससे अब उद्यमियों को मुजफ्फरपुर औद्योगिक क्षेत्र में जमीन लेने पर प्रति एकड़ दो करोड़ 68 लाख में 54 लाख कम चुकाने होंगे। वहीं, पश्चिमी चंपारण के रामनगर औद्योगिक क्षेत्र में जमीन की लीज पर 80 फिसदी रियायत मिलेगी। इससे यहां पर फैक्ट्री खोलने के लिए दो करोड़ 6 लाख के बदले महज 41 लाख रुपये चुकाने होंगे। बियाडा द्वारा लीज की दर में रियायत से राज्य में मधेपुरा का उदयकिशन की जमीन सबसे सस्ती हो गई है। यहां पर लीज दर में 80 प्रतिशत रियायत से प्रति एकड़ जमीन पर एक करोड़ 75 लाख रुपये के बदले महज 35 लाख रुपये खर्च करने होंगे।
लीज दर में रियायत के बाद भी फैक्ट्री लगाने के लिए सबसे अधिक राशि पटना के पाटलिपुत्र में खर्च करनी होगी। यहां पर 20 प्रतिशत रियायत से प्रति एकड़ जमीन पर 13 करोड़ 25 लाख रुपये के बदले दस करोड़ 60 लाख रुपये खर्च करने होंगे। लीज दर के लिहाज से दूसरी महंगी जमीन हाजीपुर की हो गई है। यहां पर दो करोड़ 92 लाख के बदले दो करोड़ 34 लाख रुपये खर्च करने होंगे। तीसरे स्थान पर सबसे महंगी जमीन मुजफ्फरपुर औद्योगिक क्षेत्र की है।
राज्य में तेजी से औद्योगिक विकास के लिए लीज की दर में कमी की गई है। इससे तेजी से निवेशक बिहार में उद्योग लगा सकेंगे।
रवि रंजन प्रसाद, कार्यकारी निदेशक, बियाडा
74 में से 54 औद्योगिक क्षेत्रों की जमीन हो गई सस्ती :
मुजफ्फरपुर। 74 में से 54 औद्योगिक क्षेत्रों में जमीन की दरें कम की गई हैं। 15 औद्योगिक क्षेत्रों में 80 फीसदी, 12 औद्योगिक क्षेत्रों में 60 फीसदी, 12 औद्योगिक क्षेत्रों में 40 प्रतिशत व 15 औद्योगिक क्षेत्रों में जमीन की लीज में 20 प्रतिशत तक छूट दी गई है। इससे जमीन की लीज दर में असमानता दूर करने की कोशिश की गई है। नई दर में औद्योगिक क्षेत्र में उपलब्ध इंफ्रास्ट्रक्चर आदि का ख्याल रखा गया है।
औद्योगिक क्षेत्र छूट वर्तमान दर संशोधित दर
मुजफ्फरपुर 20% 268 224
हाजीपुर 20% 292 234
दरभंगा बेला 40 % 404 292
रक्सौल 40% 159 95
सीतामढ़ी 60% 343 137
बेतिया 60% 350 140
रामनगर 80% 204 41
उदयकिशन 80% 175 35
(कीमत प्रति एकड़ लाख रुपये में।)