मुजफ्फरपुर में नेशनल हाइवे पर अवैध पार्किंग व ओवर स्पीड हादसों की बड़ी वजह हैं। बीते जून माह में भी जिले के 39 लोगों ने सड़क हादसों में जान गंवाई।
इसमें 35 मौतें उन एनएच पर हुईं जहां अवैध पार्किंग के कारण दूसरे वाहनों को रास्ता नहीं मिल रहा है। बाकी चार मौत एनएच के बजाए दूसरी सड़कों पर हुई।
सड़क हादसों के संबंध में एसएसपी जयंतकांत ने मुख्यालय को रिपोर्ट भेजी है। रिपोर्ट के आंकड़े बताते हैं कि जिले के एनएच छोटे वाहन चालकों के लिए कब्रगाह साबित हो रहे हैं। इसके सबसे अधिक शिकार बाइक सवार हो रहे हैं। एनएच पर अधिक हादसे का बड़ा कारण भारी वाहनों की अवैध पार्किंग व ओवर स्पीड को माना जा रहा है। सदातपुर से लेकर चांदनी चौक और बैरिया से लेकर रामदयालु तक फोरलेन की दोनों सर्विस लेन के अलावा मेन कैरेज वे पर भी ट्रकों की अवैध पार्किंग की जा रही है। बीते चार साल के आंकड़ों को देखें तो सर्वाधिक मौतें इन इलाकों में हुई सड़क दुर्घटना में हुईं।
रात दो बजे से दोपहर 12 बजे के बीच सर्वाधिक हादसे
एसएसपी की रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि ज्यादातर सड़क हादसे देर रात दो बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक होते हैं। देर रात व दोपहर 12 बजे तक एनएच पर ट्रकों की पार्किंग भी अधिक होती है। बाकी समय में ये बड़े वाहन चलते रहते हैं। अनुमान है कि पार्किंग की वजह से सड़क संकरी होती है और छोटे वाहन ओवरस्पीड के शिकार होते हैं। शिकार होने वालों में ज्यादातर बाइक सवार होते हैं।
39 में से 22 लोगों की मौत ट्रक की ठोकर से
जून माह में 39 में से 22 लोगों की मौत ट्रक की ठोकर से हुई है जबकि दो मौत दूसरे वाहन से। बाकी मौत में ठोकर मारने वाले वाहनों की जानकारी पुलिस को नहीं मिल सकी है। रिपोर्ट के अनुसार, इन 35 मौतों में एनएच 28 पर नौ, एनएच 77 पर 12, एसएच 74 पर चार, एनएच 722 पर 10 मौतें दर्ज की गई हैं।