केरल में मेडिकल प्रवेश परीक्षा (NEET) के दौरान छात्राओं के अंडरगार्मेंट्स उतरवाने के मामले में दो शिक्षकों को गिरफ्तार किया गया है. ये दोनों शिक्षक परीक्षा प्रभारी थे. इन्हीं ने कर्मचारियों को निरीक्षण करने का आदेश दिया था.
कोल्लम पुलिस के मुताबिक, महिला उम्मीदवारों की शिकायत के आधार पर जिन 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें मारथोमा इंस्टीट्यूट ऑफ आईटी के वाइस प्रिंसिपल प्रीजी कुरियन इसाक और एनईईटी परीक्षा के केंद्र अधीक्षक और एनटीए पर्यवेक्षक डॉ शामनाद शामिल हैं.
क्या है मामला?
केरल के कोल्लम जिले में मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET के एग्जाम के दौरान छात्राओं के अंडरगारमेंट्स उतरवाने का मामला सामने आया था. बताया जा रहा है कि परीक्षा देने पहुंची छात्राओं की चेकिंग के दौरान ब्रा में लगे हुक की वजह से मेटल डिटेक्टर की बीप बज रही थी, जिसके बाद अंडरगारमेंट्स उतरवाए गए थे. इसके बाद एक छात्रा के पिता ने इस मामले की शिकायत पुलिस से की थी. उसके बाद यह मामला सामने आया था. लगभग 90 प्रतिशत छात्राओं की ब्रा उतरवाई गई थी.
5 की पहले हुई गिरफ्तारी
छात्राओं का आरोप था कि जब वह परीक्षा देकर बाहर निकलीं, तो उन्होंने देखा कि सबके अंडरगारमेंट्स एक ही डिब्बे में रखे हुए थे. इस घटना के बाद छात्राओं ने खुद को प्रताड़ित महसूस किया था. इस मामले में पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू थी. इससे पहले छात्राओं के इनरवियर उतरवाने के मामले में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार लोगों में परीक्षा केंद्र बनाए गए मार्थोमा कॉलेज की दो महिला सफाईकर्मी और सेंटर की सुरक्षा में तैनात एजेंसी की तीन महिला कर्मचारी शामिल हैं.
बनी फैक्ट फाइंडिंग कमेटी
इस मामले के सामने आने के बाद देशभर में बवाल हुआ. विवाद बढ़ने के बाद अब नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने जांच के लिए फैक्ट फाइंडिंग टीम गठित कर दी है. फैक्ट फाइंडिंग टीम में NTA की सीनियर डायरेक्टर साधना पाराशर, सरस्वती विद्यालय अरापुर्रा की प्रिंसिपल शैलजा ओ आर, प्रगति अकेडमी केरल की सुचित्रा शामिल हैं. टीम को चार हफ्तों में जवाब दाखिल करना है.