मां-बाप ने एंड्रायड फोन खरीदकर नहीं दिया तो छठी कक्षा में पढऩे वाले बेटे को यह बात इस कदर नागवार गुजरा कि वह घर से छोड़ कर ही भाग गया। स्वजन की जैसे सांस ही अटक गई। घर में चूल्हा-चौका ठप पड़ गया। पुत्र वियोग में मां-बाप बेसुध हो गए थे।
दो दिन के बाद सोमवार को पुलिस ने पिता के मोबाइल पर लापता बच्चे के मिलने की जानकारी दी तो घर वालों की जान में जान आई। एसडीपीओ सदर सुबोध कुमार ने बताया कि गुमशुदा बच्चा नाराज होकर ट्रेन से दरभंगा चला गया था। वहां से लौटकर दिनभर इधर-उधर टहलने के बाद सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन पर जा बैठा था। शायद वह किसी ट्रेन से दिल्ली वगैरह भागने की सोच रहा था।
बच्चे की गुमशुदगी की सख्ती के साथ छानबीन
मधुबनी जिले के बिस्फी थाना क्षेत्र का वह रहने वाला है। अपने माता-पिता के साथ वर्ष 2011 से वह यहां शांतिनगर में रह रहा है। उसके पिता किराना की दुकान चलाते हैं। उसके पिता ने मेहसौल ओपी में दर्ज शिकायत में कहा था कि उनका छोटा पुत्र शहर के एक स्कूल में छठी कक्षा में पढ़ता है।
22 जुलाई को पूर्वाह्न 11.45 बजे वह उनके साथ स्कूल से लौटा था। खाना खाकर ढाई बजे से लापता हो गया। पुलिस कप्तान हर किशोर राय ने बच्चे की गुमशुदगी को गंभीरता से लेते हुए सख्ती के साथ छानबीन की हिदायत दी थी। एसडीपीओ ने कहा कि मेहसौल थानाध्यक्ष गौड़ी शंकर बैठा को रेलवे स्टेशन व बस अड्डों पर सर्च करने को कहा गया। आखिरकार वह सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन से मिल गया।
बैंक में रुपया जमा करने से पहले खेल
डुमरी कटसरी। श्यामपुर भटहां थाना क्षेत्र के कनुआनी गांव के पास बैंक में रुपये जमा करने जा रही पहाड़पुर गांव निवासी चंद्रकला देवी और उसके पति कृष्णनंदन सिंह की बेरहमी से पिटाई कर दी। वहीं बैंक में जमा करने के लिए ले जा रहे 50 हजार रुपये छीन लिए। साथ ही महिला के जेवरात भी छीन लिए। घटना की बाबत जख्मी चंद्रकला देवी ने थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
जिसमें गांव के ही मुन्ना कुमार सिंह, गोलू कुमार सिंह, चुन्नू कुमार सिंह व चिरतंजन कुमार सिंह को आरोपित किया है। बताया हैं कि, आरोपितों ने चाकू के बल पर घेरने और लूटने का प्रयास किया। विरोध करने पर बेरहमी से पिटाई कर रुपये लूट लिए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
INPUT: JNN