बिहार के DGP एसके सिंघल ने आज मुजफ्फरपुर में रेंज के आईजी, एसएसपी, डीएसपी और SDPO के साथ समीक्षा बैठक की। SSP ऑफिस में पहुंचने पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। करीब तीन घन्टे तक वे सभी अधिकारियों से रूबरू हुए। इसके बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि बैठक का मुख्य उद्देश्य उनसे बातचीत करना था। उन्होंने कहा कि पुलिस की जो कमी है। उसे तुरंत पहचान कर दूर करने का निर्देश दिया गया है। इसके अलावा सरकार और नागरिक की जो अपेक्षा पुलिस से रहती है। उसपर हर हाल में खड़ा उतरना है। पुलिस-पब्लिक के बीच बेहतर सम्बंध स्थापित करें। ताकि किसी भी परिस्थिति में पब्लिक का सपोर्ट मिलना पुलिस के लिए बहुत आवश्यक है।
कहा कि अगर मान लें कि कभी किसी प्रकार की घटना घटती है और पुलिस वहां पहुंचती है। तो लोग थोड़े बहुत आक्रोशित रहते ही हैं। लेकिन, अगर पुलिस के व्यवहार से लोग खुश रहेंगे तो उस समय पब्लिक का भरपूर स्पोर्ट मिलेगा।
एक IO पर सौ से अधिक केस
DGP ने कहा कि एक IO पर सौ से अधिक केस होते हैं। जिस कारण पेंडिंग केसों की संख्या अधिक है। इस दिशा में उन्होंने सरकार को प्रस्ताव भेजा हैं। पुलिस पदाधिकारियों की संख्या बढ़ेगी तो निश्चित रूप से पेंडिंग केसों की संख्या में गिरावट आएगी। वैसे सभी लंबित कांडों का शीघ्रता से निष्पादन करने को कहा गया है। जहां IO को दिक्कत होती है वहां इंस्पेक्टर हैं, DSP हैं। उनसे निर्देश ले सकते हैं।