सावन की तीसरी सोमवारी पर जलाभिषेक के लिए रविवार की शाम सात बजे से ही कांवरियों के कतार लगाने की व्यवस्था की जाएगी। पूर्व की भांति डाक बम आमगाेला ओवरब्रिज से उतरकर सीधे बाबा मंदिर की ओर बढ़ेंगे। लेकिन, सामान्य बम हरिसभा चाैक से पानी टंकी ओर जाएंगे। इस बार सामान्य कांवरियों की संख्या कम हाेने तक उन्हें जिला स्कूल में बनाए गए जिग-जैग में नहीं घुमाया जाएगा। कांवरिए वहां से सीधे हाथी चाैक की ओर जाएंगे। लेकिन, संख्या बढ़ने के बाद कांवरियों काे जिला स्कूल में बनाए गए जिग-जैग से गुजरने की व्यवस्था हाेगी।
प्रशासन एेसी व्यवस्था करेगा, जिससे कांवरियों के बीच थाेड़ी दूरी बनी रहे और धक्का-मुक्की की स्थिति नहीं बने। प्रशासन ने जलाभिषेक की व्यवस्था में बदलाव का यह निर्णय तीसरी सोमवारी पर दूसरी सोमवारी से अधिक कांवरियों के आने के संभावित अनुमान को देखते हुए लिया है। दूसरी सोमवारी पर बाबा गरीबनाथ पर जलाभिषेक कारने वाले डाक व सामान्य कांवरियों की संख्या करीब 1.5 लाख रही थी।
एसडीओ पूर्वी ज्ञान प्रकाश ने बताया कि तीसरी सोमवारी पर कांवरियों के जलाभिषेक के लिए पूर्व की व्यवस्था में थाेड़ा बदलाव किया जाएगा। ताकि तीसरी सोमवारी काे अधिक संख्या हाेने के बाद भी कांवरिया सुगम तरीके से बाबा गरीबनाथ पर जलाभिषेक कर सकें। एसडीओ पूर्वी ने बताया कि एक ही स्थान पर कांवरियों की संख्या अधिक हाेने पर अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हाेती है। इसकाे देखते हुए एेसी व्यवस्था रहेगी कि जलाभिषेक करने वाले कांवरिया एक स्थान पर रूकने के बदले धीरे-धीरे आगे बढ़ते रहे। इसके लिए रविवार की शाम सात बजे से ही कतार लगाने की व्यवस्था की जाएगी।
अर्घा के बगल में ही जलपात्र रखने के लिए हाेगी व्यवस्था
मंदिर में जलाभिषेक के बाद इस बार जल पात्र रखने की व्यवस्था नहीं हाेने से आसपास जल पात्र के ढेर लगे हैं। इससे कांवरियों को परेशानी हो रही है। इसकाे देखते हुए तीसरी सोमवारी काे मंदिर में जल अर्पण करने के बाद अर्घा के बगल में जलपात्र रखने की व्यवस्था हाेगी।
वहीं, मंदिर से कांवरियों के निकलने के स्थान पर आगे छाता बाजार के निकट कांवरियों के ले जाने के लिए अधिक संख्या में टेंपो लगाने से जाम की स्थिति बन रही है। इसकाे देखते हुए छाता चाैक के निकट टेंपाें लगाने पर रोक रहेगी। इसके साथ ही डाक बम की अत्यधिक संख्या का अनुमान हाेने के कारण इस बार 30 हजार टैग भेजा जाएगा। ताकि सभी डाक कांवरियों काे टैग उपलब्ध कराने के साथ वह सीधे मंदिर में आकर जलाभिषेक कर सकें।