पहलेजा जाने से पहले बाबा गरीबनाथ मंदिर में उमड़ी कांवरियों की भीड़, सोमवारी के लिए बनने लगा शिविर

सावन की तीसरी सोमवारी को बाबा का जलाभिषेक करने के लिए शुक्रवार को मुजफ्फरपुर शहर से काफी श्रद्धालु बाबा गरीबनाथ की पूजा कर पहलेजा के लिए रवाना हुए.

पूजा के लिए कांवरिए अहले सुबह से ही बाबा गरीबनाथ धाम पहुंचने लगे थे. कांवरियों ने पहले बाबा की पूजा की उसके बाद बोल बम का उद्घोष करते कांवर-यात्रा की शुरुआत की. यह सिलसिला दोपहर 2 बजे तक चला.

कांवरियों की भीड़ से पूरा मंदिर पटा रहा

कांवरियों की भीड़ से पूरा मंदिर पटा रहा. सरैयागंज से मंदिर तक इतनी भीड़ थी कि चलना मुश्किल था. टावर चौक से सरैयागंज तक दोपहर तक जाम की स्थिति बनी रही. शहर के अलावा गांवों से भी बड़ी संख्या में कांवरिये यहां पहुंच रहे थे और बाबा के दर्शन के बाद रवाना हो रहे थे. कांवरियों को पहलेजा ले जाने के लिए सरैयागंज में कई ऑटो और चार पहिया वाहन लगे हुए थे.

जत्थे में आये कई कांवरिये अलग-अलग कांवर लिए हुए थे

इस बार जत्थे में आये कई कांवरिये अलग-अलग कांवर लिए हुए थे. कोई भगवान शिव की मूर्ति वाला कांवर लेकर चल रहा था तो कोई बैट्री चालित रंग-बिरंगी रोशनी वाला कांवर. मुशहरी, अहियापुर, ढोली और सकरा से भी भक्त यहां बाबा दर्शन को पहुंचे. गरीबनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी पं. विनय पाठक ने कहा कि तीसरी सोमवारी पर अत्यधिक भीड़ होने की संभावना है. उम्मीद से ज्यादा कांवरिये मंदिर में पूजा करने पहुंचे हैं. हालांकि अभी यह अंदाजा लगाना मुश्किल है कि कितने कांवरिये पहलेजा से आएंगे.

तीसरी सोमवारी के लिए बनने लगा शिविर

तीसरी सोमवारी के लिए हरिसभा चौक से लेकर प्रभात सिनेमा चौक तक कई शिविर की तैयारी शुरू हो गयी है. स्वयं सेवकों ने बांस-बल्ले को दुरुस्त कर पंडाल बनाने का काम शुरू कर दिया है. शुक्रवार को कई शिविरों की तैयारी में दिन-रात कारीगर जुटे हुए थे. इसके अलावा गोरौल और रामदयालु नगर में शिविर लगाने के लिए भी संस्थाओं ने काम करना शुरू कर दिया. मारवाड़ी युवा मंच के अध्यक्ष कृष्ण कुमार ड्रोलिया ने कहा कि शिविर की तैयारी शुरू हो गयी है. इस बार भी हम लोगों ने डेढ़ लाख से अधिक कांवरियों के भोजन का इंतजाम किया है.

रविवार की दोपहर से सेवा में जुटेंगे स्वयंसेवक

कांवरियों को सुरक्षित तरीके से जलाभिषेक कराने के लिए विभिन्न सेवा दलों के सदस्य रविवार की दोपहर से ही कांवरियों की सेवा में जुट जाएंगे. इस बार कांवरियों की अत्यधिक भीड़ को देखते हुए स्वयंसेवकों ने पहले से ही सेवा कार्य में जुटने का निर्णय लिया है. स्वयंसेवक कांवरियों को शहर में प्रवेश करते ही जलाभिषेक के लिए प्रोत्साहित करेंगे. दोपहर से कांवरिये जलाभिषेक शुरू करेंगे तो रात्रि में भीड़ पर नियंत्रित होगा.

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