सावन के तीसरे सोमवार पर बाबा गरीबनाथ धाम में आस्था का सैलाब उमड़ेगा। अनुमान के अनुसार करीब साढ़े तीन लाख कांवरिया बाबा का जलार्पण करेंगे। पिछले दो बार के मुकाबले इस बार चार गुणा डाक कांवरिये पहुंंचेंगे।जिला प्रशासन की ओर से सोनपुर में डाक कांवरियों के लिए 30 हजार से अधिक कलाई बैंड भेजा गया है। पिछली बार 11.5 हजार कलाई बैंड खत्म हो गया था। इसके बाद 15 हजार से अधिक कांवरिये ऐसे ही चल दिए। इस बार डाक कांवरियों की संख्या भी अधिक होगी। उन लोगों को संभालना भी मुश्किल होगा। बगैर रुके इनका जलाभिषेक होगा। यह प्रशासन के लिए चुनौती होगी।
सुबह से ही चलने लगे कांवरिये
सोनपुर पहलेजा धाम से साढ़े तीन लाख से अधिक कांवरिये शुक्रवार की सुबह से ही बाबा गरीबनाथ दर्शन के लिए मुजफ्फरपुर निकल गए। इसके पहले दक्षिणवाहिनी गंगा नदी से पवित्र जल उठाया। पहलेजा धाम से सुबह निकलने के बाद बाबा हरिहरनाथ के दर्शन किए उसके बाद कांवर मार्ग से हरहर महादेव व बोल-बम के नारे लगाते निकले। कांवरियों की भीड़ ऐसी थी कि हाजीपुर-सोनपुर-छपरा व हाजीपुर-मुजफ्फरपुर एनएच पूरी तरह से गेरुआ रंग में तब्दील हो गया।
कांवरियों के बोल-बम के जयकारे व डीजे ट्राली पर बज रहे भक्ति गीत से पूरा वातावरण आनंदित हो उठा। सारण, वैशाली और मुजफ्फरपुर के जिला प्रशासन के आदेश पर सभी जिले के अंचलाधिकारी और थानेदारों को अलर्ट किया गया है। श्रद्धालुओं के नदी घाट से जल भरने और मंदिर में पूजा-अर्चना करने तक हर स्तर पर सतर्कता बरतने के निर्देश है ताकि किसी तरह की घटना न घटे।
गुरुवार रात से ही पहलेजा धाम पहुंचने लगे श्रद्धालु
बाबा गरीबनाथ पर जलाभिषेक के लिए गंगाजल लेने के लिए गुरुवार की मध्य रात्रि से ही पहलेजा धाम में श्रद्धालु जुटने लगे। कांवरियों की भीड़ ऐसी कि पहलेजाधाम में पैर रखने तक की जगह नहीं थी। सड़क पर जहां तक नजर जा रही रंग-बिरंगे कांवर के साथ श्रद्धालु ही नजर आ रहे। कांवरिये 65 किलोमीटर लंबी कांवर यात्रा तीन दिनों में पूरी करेंगे।
पहलेजाधाम से रवाना होने के बाद कांवरियों का जत्था हाजीपुर, सराय, भगवानपुर, गोरौल आदि जगहों पर रुकते हुए रविवार की मध्य रात्रि तक मुजफ्फरपुर पहुंचेंगे। कांवरियों की सुविधा के लिए प्रशासनिक व सामाजिक स्तर पर जगह-जगह सेवा शिविर लगाए गए हैं। हाजीपुर, सराय, भगवानपुर और गोरौल में कांवरियों के रात्रि विश्राम की भी व्यवस्था की गई है।
बता दें कि बिहार से झारखंड अलग होने के बाद पहलेजाधाम से गरीबनाथ की कांवर यात्रा सूबे की सबसे लंबी है। बाबा बैद्यनाथ की तरह शिवभक्तों की बाबा गरीबनाथ के प्रति अपार आस्था है। सेवा शिविरों में श्रद्धालुओं के लिए दवा, नींबू पानी, बिस्कुट, फल आदि की भी व्यवस्था की गई है।
बाबा नगरिया दूर है जाना जरूर है
पहलेजा धाम से जलबोझी कर कांवर उठाने के बाद श्रद्धालु हर-हर महादेव बोल-बल.., बाबा नगरिया दूर है जाना जरूर है.. के नारे लगाते निकले। कांवरियों में बच्चों व महिलाओं की संख्या भी अच्छी खासी है।
कांवरिया रूट पर साफ-सफाई तेज
तीसरे सोमवार पर होने वाली भीड़ से पहले बाबा गरीबनाथ मंदिर से लेकर रामदयालु तक कांवरिया पथ की साफ-सफाई तेज कर दी गई है। इधर, आमगोला स्थित एक विवाह भवन के आगे कांवर रखने वाली जगह पर कीचर और गंदगी फैली हुई है। नगर निगम के कर्मी बाबा गरीबनाथ मंदिर में पूर्व की भांति 24 घंटे तैनात रहेंगे। इसकी मानीटरिंग नगर निगम मुख्यालय से स्तर से भी की जा रही है। श्रावणी मेले के मद्देनजर सौ अतिरिक्त सफाईकर्मियों को लगाया गया है।
साहू पोखर में गोताखोरों की होगी तैनाती
पिछले सोमवार की तरह तीसरे सोमवार के एक दिन पहले रविवार को एनडीआरएफ की टीम अपने मोटर बोट आदि सारे सामान के साथ तैनात रहेंगे। तीसरी सोमवार को लाखों कांवरियों की भीड़ होगी इसके लिए कई गोताखोर पोखर के चारों ओर तैनात रहेंगे।