सावन की अंतिम सोमवारी आठ अगस्त को होगी। इस दिन बाबा गरीबनाथ के जलाभिषेक के लिए जलबोझी करने कांवरियों का जत्था शुक्रवार को पहलेजा घाट रवाना हुआ। इससे पहले कांवरियों ने मंदिर पहुंच बाबा गरीबनाथ के दर्शन किए।
इस दौरान कांवरियों ने फूल, बेल-पत्र व माला बाबा को अर्पित किए और हरहर महादेव का जयकारा लगाया। फिर बाबा के चौखट पर माथा टेक जलबोझी के रवाना हुए। इधर, मंदिर में दिनभर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। पूजा सामग्री, प्रसाद और फूल मालाओं की दुकान पर भीड़ लगी रही। मंदिर के प्रधान पुजारी पंडित विनय पाठक ने बताया कि अंतिम सोमवारी पर कांवरियों से अधिक स्थानीय श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है। सोमवार की रात्रि में बाबा गरीबनाथ का पान के पत्तों से महाशृंगार किया जाएगा। वहीं, सावन पूर्णिमा की रात बाबा का बर्फ से महाशृंगार होगा।
डाक कांवरियों के लिए पांच हजार हैंड बैंड पहलेजा भेजने की तैयारी :
श्रावणी मेले के नोडल पदाधिकारी शारंगमनी पांडेय ने बताया कि चौथी सोमवारी पर बाबा गरीबनाथ मंदिर में एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं के जलाभिषेक करने का अनुमान लगाया जा रहा है। इसमें कांवरियों की संख्या से अधिक शहर के श्रद्धालुओं की भीड़ रहेगी। इसबार डाक कांवरियों के लिए पांच हजार हैंड बैंड पहलेजा घाट पर उपलब्ध कराने की तैयारी की गई है। बताया कि शनिवार सुबह से जिला प्रशासन की टीम चिह्नित स्थानों पर तैनात हो जाएगी। इसबार शनिवार शाम और रविवार सुबह में कांवरियों की संख्या बढ़ने की स्थिति में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए जाएंगे।
पटना और मुजफ्फरपुर के कलाकार बांधेंगे समा :
सावन की अंतिम सोमवारी पर रविवार शाम छह से रात्रि दस बजे तक रामदयालु सिंह महाविद्यालय के टेंट सिटी में कांवरिया के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन जिला प्रशासन की ओर से होगा। इसमें मुजफ्फरपुर के अलावा पटना के प्रसिद्ध कालाकार अपनी प्रस्तुति से समा बांधेंगे।
सेवा दल भी तैयारी में जुटे :
सावन के अंतिम सोमवारी पर सेवादल के सदस्यों ने भी तैयारी शुरू कर दी है। महाकाल सेवा दल के आकाश चौधरी ने बताया कि संगठन के पास 650 सदस्य हैं। सभी ने तीनों सोमवारी पर कांवरियों की काफी अच्छी सेवा की है। अंतिम सोमवारी को भी बेहत सेवा देने की तैयारी है।