मुजफ्फरपुर के औराई में लव जिहाद के बाद किडनैप हुए 3 साल के बच्चे को बरामद कर लिया गया है। पुलिस दबिश के कारण आरोपी उमर अली के परिवार ने पश्चिम बंगाल से बच्चे को लाकर पुलिस के हवाले कर दिया। अपने कलेजे के टुकड़े से मिलकर पीड़िता खुशी से रो पड़ी। उसकी आंखें भर आई। वह अपने लाडले को पुचकारती हुई उसे चूमने लगी। पुलिस ने बच्चे को फिलहाल उसकी मां के हवाले कर दिया है।
पुलिस अब बच्चे के बयान दर्ज करने की कोशिश में है। पुलिस का कहना है कि आरोपी अबतक नहीं गिरफ्तार हुआ है। उसकी तलाशी में छापेमारी की जा रही है। वह पश्चिम बंगाल में छिपा हुआ है। वहां एक टीम भेजी गई है। आरोपी उमर अली के परिजन ने उसके ठिकानों की जानकारी दी है। वहीं से वे लोग बच्चे को लेकर आएं हैं।
परिजन पर लगातार पुलिस का दबाव
घटना के बाद आरोपी के परिजन पर लगातार पुलिस ने दबिश बनाकर रखा था। परिजन की सभी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी। इसका नतीजा यह हुआ कि वे अपने बेटे उमर अली के पश्चिम बंगाल वाले ठिकाने पर चुपके से गए। वहां से आरोपी के चुंगल से बच्चे को मुक्त कराया और फिर उसे लाकर पुलिस के हवाले कर दिया।
आरोपी को कड़ी सजा दिलवाएंगे
इधर, पीड़िता ने कहा कि अपने बेटे को गले लगाकर काफी खुश हूं। आरोपी ने उनकी नींद उड़ा दी थी। कई दिनों से उसने ठीक से खाना नहीं खाया था। घर से अन्य सदस्यों का भी हाल बेहाल था। लेकिन, जब बेटे को सही सलामत देखा तो जान में जान आई। पीड़िता ने कहा कि आरोपी को कड़ी सजा दिलवाएंगी।
यह है मामला
मामला औराई इलाके का है। एक महिला के पति की मौत एक वर्ष पूर्व सड़क हादसे में हो गयी थी। उसे एक तीन साल का बच्चा है। इसी दौरान उसकी पहचान एक युवक से हुई। वह फाइनेंस का काम करता था। उसने उमर अली की जगह अपना नाम दीपक बताया। दोनों के बीच प्रेम प्रसंग हुआ। आरोपी ने एक कागज पर उससे साइन करा लिया और कहा कि कोर्ट मैरिज कर लिए हैं। फिर दोनों साथ रहने लगे।
अचानक से पीड़िता को उसकी सच्चाई पता लगी तो उसने विरोध जताया। इसपर आरोपी ने उसके और बच्चे के साथ मारपीट की। पीड़िता घर छोड़कर बच्चे को लेकर अपने मायके चली गयी। आरोपी ने वहां पहुंचकर चुपके से उसके बच्चे को अगवा कर लिया था। इसके बाद से उसे धमका रहा था।