नगर निगम में वेतन (एरियर) की आड़ में करीब पौने 11 लाख के घोटाले का आरोप नगर निगम कामगार यूनियन ने लगाया है। शनिवार को यूनियन के नेताओं से इससे संबंधित शिकायत वरीय अधिकारियों से की है।
निगम में तैनात लेखा शाखा के क्लर्क की मिलीभगत से गबन करने का आरोप लगाया गया है।
फर्जी तरीके से राशि पाने के आरोपों के घेरे में कुल 11 कर्मचारी हैं। गबन के संबंध में निगम के ही एक क्लर्क विजय कुमार ने प्रशासक को आवेदन दिया है। साथ ही मुजफ्फरपुर नगर निगम कामगार यूनियन के अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह व मंत्री रामलखन सिंह ने प्रशासक के अलावा डीएम, कमिश्नर, नगर विकास व आवास विभाग के प्रधान सचिव, मंत्री और निगरानी अन्वेषण ब्यूरो में शिकायत दर्ज कराई है। इसमें गबन की जांच और राशि की एकमुश्त वसूली के साथ ही दोषी कर्मी के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई करने की मांग की गई है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, वर्ष 2017 में तत्कालीन निगम आयुक्त रमेश प्रसाद रंजन के कार्यकाल में निगमकर्मियों को छठा वेतनमान दिया गया था। इसके नियमों के तहत एसीपी का एरियर नहीं लेना था। इसके बावजूद एरियर के नाम पर अवैध तरीके से लाखों रुपये की निकासी कर ली गई। आरोप है कि यह सिलिसला पांच वर्षों से चल रहा है।