गृह विभाग के आदेश से सरकारी कार्यालयों में शुरू हो रही बायोमेट्रिक हाजिरी की तैयारी अभी अधूरी है। इसके लिए आधार कार्ड से लिंक करना है, लेकिन जिला के वरीय अधिकारियों की आईडी व आधार नंबर को अबतक लिंक नहीं किया जा सका है।
हालांकि, चतुर्थवर्गीय, तृतीय वर्ग व सहायक वर्ग तक के कर्मियों की आईडी व आधार को बायोमेट्रिक सिस्टम से लिंक कर दिया गया है। अधिकारियों की ओर से बायोमेट्रिक के लिए डाटा अपलोड न करवाने से कर्मियों में असंतोष है।
गृह विभाग के सचिव चैतन्य प्रसाद ने सभी सरकारी कार्यालयों में 29 अगस्त से बायोमेट्रिक हाजिरी बनाने का आदेश दिया है। इसके तहत सभी कार्यालयों में बायोमेट्रिक मशीन लगाई जा चुकी है। आईटी मैनेजर को जिम्मेवारी दी गई है कि मशीन में सभी पदाधिकारी व कर्मियों की आईडी के साथ आधार लिंक हो जाए। इसके लिए अधिकारियों व कर्मचारियों से उनकी आईडी व आधार की मांग की गई थी। कलेक्ट्रेट के सभी कर्मियों ने दस्तावेज जमा कर दिए, लेकिन सहायक वर्ग से ऊपर के अधिकारियों ने इसमें कोई रुचि नहीं ली।
आईटी मैनेजर प्रवीण कुमार ने बताया कि विभागीय आदेश के आलोक में सभी कार्यालयों में मशीन लगा दी गई है। सभी कर्मियों की आईडी व आधार को लिंक कर दिया गया है। अभी वरीय पदाधिकारियों की डिटेल नहीं आयी है। उन्होंने बताया कि बायोमेट्रिक मशीन दो तरह से हाजिरी बना सकती है। चेहरे और अंगूठे के निशान के आधार पर हाजिरी बना सकती है। आईटी मैनेजर ने बताया कि अब बायोमेट्रिक हाजिरी के आधार पर ही वेतन का भुगतान किया जाना है।
थाना व प्रखंडों में भी तैयारी अधूरी
प्रखंड कार्यालय व थानों में बायोमेट्रिक मशीन की स्थापना अबतक नहीं हुई है। बायोमेट्रिक हाजिरी बनाने का आदेश गृह विभाग ने पूर्व में भी दिया था, लेकिन कोविड प्रोटोकॉल के कारण उसकी तिथि बढ़ा दी गई। अब गृह विभाग ने जिला प्रशासन को सभी कर्मचारी व पदाधिकारियों का आईडी व आधार लिंक कराने के बाद बायोमेट्रिक हाजिरी प्रणाली लागू कराने की रिपोर्ट की मांग की है।