मशीन से जमीन की मापी के लिए जिले में ईटीएस (इलेक्ट्रिकल टोटल स्टेशन) मशीन की आपूर्ति शुरू हो गई है। विभाग द्वारा खरीदारी के बाद जिले को पहली खेप में सात मशीनें मिली हैं।
बाकी नौ प्रखंडों के लिए जल्दी ही आपूर्ति की जाएगी। ईटीएस मशीन आने के बाद अमीन की कमी के कारण लटकी भूमि पैमाइश के मामलों का जल्द निष्पादन हो जाएगा।
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने जिले को सात ईटीएस मशीन की आपूर्ति कर दी है। इस मशीन से ही अब जमीन की मापी की जाएगी। मशीन से जमीन की मापी में एक तो अमीन की जरूरत कम पड़ेगी, दूसरे इसकी मापी भी मैन्युअल की अपेक्षा ज्यादा सटीक होगी। ईटीएस मशीन की आपूर्ति के बाद दो सितम्बर को कलेक्ट्रेट सभागार में इसका डेमो दिया जाएगा। इसी दौरान ईटीएस मशीन के संचालन की प्रक्रिया का प्रशिक्षण भी कर्मियों को दिया जाएगा।
पैमाइश में नहीं चलेगा अमीन की कमी का बहाना :
जिले में जमीन मापी के लिए सैकड़ों आवेदन लंबित हैं। ये आवेदन काफी पुराने हैं, लेकिन अमीन की कमी के कारण शुल्क जमा होने के बावजूद आवेदकों की जमीन की मापी नहीं हो पा रही है। मापी के अभाव में भूमि विवाद के सैकड़ों मामले अलग-अलग स्तर पर लंबित हैं। अपर समाहर्ता संजीव कुमार ने बताया कि ईटीएस मशीन से इन मामलों के निष्पादन में सहूलियत होगी और भूमि विवाद के मामले घटेंगे।