मुजफ्फरपुर। चेक क्लीयर करने में बैंक मैनेजर की गलती से दस लाख के बजाय 20 लाख रुपये ट्रांसफर हो गए। एक महिला के खाते से प्रॉपर्टी डीलर के खाते में रुपये चले गए। प्रॉपर्टी डीलर ने रुपये की निकासी भी कर ली। बैंक मैनेजर ने गलती की जानकारी होने पर रुपये लौटाने के लिए कहा, लेकिन प्रॉपर्टी डीलर इनकार कर रहा है। पूरा मामला अघोरिया बाजार स्थित एसबीआई की क्लब रोड शाखा से जुड़ा है।
इस संबंध में पटना स्थित एसबीआई मुख्यालय के प्रबंधक मनोज कुमार ने गुरुवार को मिठनपुरा थाने में धोखाधड़ी को लेकर एफआईआर कराई है। इसमें प्रॉपर्टी डीलर साकेत सुमन को नामजद किया है। आरोपित सदर थाना के मझौली धर्मदास का रहने वाला है। मिठनपुरा पुलिस को प्रबंधक ने खाता से संबंधित सभी दस्तावेज भी सौंपे हैं। इसकी पुष्टि करते हुए थानेदार भगीरथ प्रसाद ने बताया कि इस मामले की जद में दो बैंकों के मैनेजर भी हैं। जांच में दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी
प्रबंधक मनोज कुमार ने पुलिस को बताया कि सदर थाना के मझौली धर्मदास निवासी महिला रीता कुमारी उनके क्लब रोड शाखा की ग्राहक हैं। उन्होंने 10 लाख रुपये का चेक अपने पड़ोसी साकेत सुमन, जिसका अकाउंट क्लब रोड स्थित एक निजी बैंक में है, उसके नाम से दिया था। आरोपित ने चेक भुनाने के लिए अपने खाते में जमा किया। निजी बैंक के मैनेजर से चेक क्लीयर करने में गलती कर दी। क्लीयरेंस के लिए दो बार मैसेज एसबीआई के मैनेजर को कर दिया। एसबीआई के मैनेजर ने भी अपने स्तर से नहीं देखा और दो बार दस-दस लाख रुपये साकेत सुमन के अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए।
प्रॉपर्टी डीलर ने कहा, खाते में नहीं आया पैसा
रीता कुमारी के खाते से 10 के बदले 20 लाख रुपये साकेत के खाते में चले गए। उस वक्त महिला को इसकी जानकारी नहीं हुई। बाद में पासबुक अपडेट कराने पर जानकारी हुई। रीता कुमारी ने तुरंत बैंक मैनेजर से संपर्क किया। तबतक आरोपित अपने खाते से 20 लाख रुपये की निकासी कर चुका था। बैंक मैनेजर ने उससे संपर्क किया। रुपये लौटाने के लिए कहा। इसपर आरोपित ने बैंक अधिकारी को जवाब दिया कि उसके खाते में कोई पैसा नहीं आया है। इसके बाद बैंक मैनेजर ने अपने पटना स्थित मुख्यालय को इसकी जानकारी दी।
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