जल जीवन हरियाली अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में तालाब व कुओं का संरक्षण व हरियाली के उपाय करने के बाद अब सभी सरकारी भवनों की छतों पर ग्रिड कनेक्टेड रूफ टाॅप सोलर पावर प्लांट लगाए जाएंगे। ऊर्जा विभाग ने इसकी कार्ययोजना भेजी है। इसके बाद डीएम प्रणव कुमार ने सभी विभागों के प्रधानों काे इसके संबंध में निर्देश दिया है। इन सरकारी कार्यालयों की छतों पर सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित हाेने के बाद संबंधित कार्यालय इससे बिजली का उपयोग कर सकेंगे।
वहीं, अधिक बिजली उत्पादन हाेने पर सीधे ग्रिड काे भेजी जाएगी। सरकारी भवनों की छतों पर सोलर पावर प्लांट लगाने के लिए ऊर्जा विभाग ने इसके लिए एक नाेडल अधिकारी बनाने को कहा है। यह अधिकारी ब्रेडा द्वारा किए जाने वाले इस कार्य में सहयोग करेंगे। इसके साथ ही सौर ऊर्जा संयंत्र के स्थापित हाेने के लिए ऊर्जा विभाग के साथ एग्रीमेंट करने व उसके पूर्ण हाेने के कागजात पर हस्ताक्षर भी करेंगे। एजेंसी ही पांच वर्षों तक इसकी देखरेख करेगी। लेकिन, इस संयंत्र की साफ-सफाई की जिम्मेदारी संबंधित कार्यालय के नाेडल अधिकारी की हाेगी।
इन विभागों की छतों पर लगेंगे सोलर प्लांट
- पंचायत सरकार भवन
- केंद्रीय कारा
- शिक्षा विभाग
- कल्याण विभाग
- कृषि विभाग
- उद्योग विभाग
- भवन निर्माण विभाग।
नाेडल अधिकारी नहीं होने पर विभाग के प्रधान हाेंगे
डीएम ने सभी कार्यालय के प्रधानों काे अपने कार्यालय की छत पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने के लिए जल्द नाेडल अधिकारी का चयन करने का निर्देश दिया है। नाेडल अधिकारी का चयन नहीं करने पर वह खुद ही नाेडल अधिकारी बना दिए जाएंगे, ताकि चयनित एजेंसी ब्रेडा कार्यालयों की छतों पर प्लांट लगाने के लिए साइट सर्वे शुरू कर सके।