श्री दुर्गा पूजा समिति अतरदह रामदयालु में इस बार 70 फीट के राजमहल में आधे शेर व आधे हाथी पर सवार दुर्गा मां की प्रतिमा स्थापित होगी। मां की प्रतिमा 12 फीट की होगी।
यहां वर्ष 1975 से दुर्गा पूजा का आयोजन होता आ रहा है।
पूजा समिति के अध्यक्ष संजीव कुमार ने बताया कि स्थानीय लखु पासवान ने सर्वप्रथम पूजा की शुरुआत की थी। इसके बाद विश्वनाथ गुप्ता, विश्वनाथ पासवान उर्फ कैला पासवान व सुरेंद्र सिंह पूजा संभालने लगे थे। इस पूजा पंडाल से दो हजार परिवारों की आस्था जुड़ी है। इसमें वार्ड 31 व 32 के लोग तन, मन व धन से पूजा-अर्चना करते हैं। 35 सक्रिय सदस्य पूरी तत्परता से पूरे नवरात्र श्रद्धालुओं की सेवा में लगे रहते हैं।
विश्वनाथ पासवान बनाते थे प्रतिमा
इस पूजा पंडाल में माता की प्रतिमा पूर्व में आयोजक मंडल के सदस्य विश्वनाथ पासवान उर्फ कैला पासवान बनाते थे। उनके बाद आमगोला पड़ाव पोखर के शेखर पंडित निर्माण करने लगे। वर्तमान में उनका भतीजा विक्की पंडित प्रतिमा निर्माण कर रहा है। पूजा पंडाल की सजावट दिनेश राम करते हैं जबकि बिजली की सजावट रामजी करते हैं। बंगाल के कालाकार पंडाल में फूलों से माता के राजमहल को सजाएंगे।
बुंदिया, हलवा व खिचड़ी का बंटेगा प्रसाद
अध्यक्ष ने बताया कि पूजा के दौरान सप्तमी को मूढ़ी-बुंदिया, अष्टमी को हलवा व नवमी को खिचड़ी का महाप्रसाद श्रद्धालुओं में वितरित किया जाएगा।