छोटे-मोटे ऑपरेशन करने के लायक भी जगह नहीं है, कैसे एक चौकी पर महिला के गर्भाशय का ऑपरेशन के साथ दोनों किडनी निकाल दिया। यह बड़ा अपराध है। ये बातें सीएस डॉ यूसी शर्मा ने मंगलवार को बरियारपुर स्थित शुभकांत क्लीनिक का निरीक्षण करने के बाद कही।
सीएस ने कहा कि जिले के सभी प्रखंडों में विशेष अभियान चलाकर फर्जी नर्सिंग होम पर कार्रवाई कर सील किया जाएगा। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अवैध नर्सिंग होम को बंद करने के साथ यह खुले नहीं यह विभाग के लिए महत्वपूर्ण है।
सुनीता की दोनों किडनी निकालने के मामले की जांच करने स्वास्थ्य विभाग की टीम शुभकांत क्लीनिक बरियारपुर सीएस के नेतृत्व में पहुंची थी। सीएस ने कहा कि क्लीनिक को पुलिस ने कार्रवाई के बाद बंद किया है। बाहर से देखने पर दृष्टिगोचर हुआ कि एक चौकी पड़ा है। जहां ऑपरेशन किया गया होगा। इस अवैध क्लीनिक व फर्जी डॉक्टरों के द्वारा संचालित हो रहा है। टीम में एसीएमओ डॉ. एसके सिंह, सदर अस्पताल की स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉ. प्रेरणा सिंह व डॉ. एसके चौधरी के साथ सकरा पीएचसी प्रभारी डॉ. मसीहउद्दीन, डॉ. जमाउल्लाह, संजीव कुमार शामिल थे।
फर्जी डॉक्टर पवन का सुराग खोजने लैब पहुंची टीम
सकरा। शुभकांत क्लीनिक में सुनीता की किडनी निकालने वाले डॉक्टर का सुराग खोजने स्वास्थ्य विभाग की टीम बाजी स्थित हाई टेक लैब पहुंची। टीम के पहुंचने से पहले ही लैब को बंद कर संचालक फरार हो गया। मार्केट परिसर में खुले दुकानदारों ने टीम को कुछ नहीं बताया। लैब से बोर्ड उतारकर गायब कर दिया गया था। करीब 30 मिनट तक इंतजार करने के बाद टीम लौट गई। एसीएमओ ने बरियारपुर ओपी पुलिस से कहा कि अभियुक्तों की गिरफ्तारी में सख्ती दिखाए। लैब संचालक को हिरासत में लेकर ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर का सुराग लगाएं।