मुजफ्फरपुर के चर्चित किडनी कांड को लेकर मंगलवार को सिविल सर्जन उमेश चंद्र शर्मा शुभकांत क्लीनिक की जांच करने पहुंचे। उन्होंने कहा कि यह जगह किसी भी एंगल से ऑपरेशन करने लायक नहीं है। यहां तो शरीर के बाहर के भी किसी अंग का इलाज नहीं हो सकता है। पेट खोलकर इलाज करना तो बहुत दूर की बात है।
एक दिन पहले इस अस्पताल की जांच करने SSP जयंतकांत पहुंचे थे। उन्हें भी इसी तरह के हालात मिले थे। यहां सिर्फ चौकी रखी हुई थी। इसपर ही मरीजों को सुलाकर ऑपरेशन से लेकर इलाज किया जाता था। सिविल सर्जन के साथ अन्य मेडिकल अधिकारियों की टीम भी थी।
बता दें इसी क्लिनिक में डॉक्टर ने महिला की किडनी ही निकाल ली थी। महिला पेट दर्द की शिकायत लेकर पहुंची थी तब डॉक्टर ने कहा, उसका यूट्रस खराब हो गया है। ऑपरेशन करना पड़ेगा। परिवार वालों ने उसे भर्ती करा दिया। हालांकि ऑपरेशन के बाद महिला की तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद परिवार वाले उसे पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (PMCH) लेकर पहुंचे। यहां जांच में पता चला कि उसकी किडनी ही नहीं है। FIR के बाद पुलिस मामले की जांच कर रही है।
सिविल सर्जन ने पूरे नर्सिंग होम की छानबीन की। बाद में पुलिस द्वारा नर्सिंग होम से जब्त मेडिकल इक्विपमेंट भी देखा गया। निरीक्षण के दौरान सिविल सर्जन ने बताया कि जांच चल रही है। इसमें जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन के दौरान कौन डॉक्टर थे, इसका पता किया जा रहा है। क्लीनिक के प्रीस्क्रिप्शन पर संचालक पवन कुमार और एक डॉक्टर का नाम दिखा है। इस डॉक्टर का पता किया जा रहा है। उन्होंने लोगों में जागरूकता बढ़ाने की अपील भी की।
भास्कर द्वारा मामला सामने लाए जाने के बाद बरियारपुर ओपी के बाजी की रहने वाली सुनीता देवी (33) का SKMCH में इलाज शुरू हो गया है। उसे ICU में तो पहले ही भर्ती कर लिया गया था। अब डायलिसिस भी शुरू कर दिया गया है। इससे मरीज के परिजन ने राहत की सांस ली है। अन्यथा सुनीता की तबीयत धीरे-धीरे बिगड़ने लगी थी। उसके शरीर में सूजन होने लगा था। लेकिन, इलाज शुरू होने से उसके बचने की उम्मीद जग गई है।
सदर अस्पताल से लेकर SKMCH की डॉक्टर की एक पूरी टीम इस की की मॉनिटरिंग कर रही है। DM प्रणव कुमार भी इसपर नजर रखे हुए हैं। उन्होंने सिविल सर्जन डॉक्टर यूसी शर्मा से पल-पल की रिपोर्ट मांगी है। साथ ही मरीज के इलाज की उचित व्यवस्था भी करने को कहा है।
इधर नर्सिंग होम के फरार संचालक के परिजनों पर पुलिस ने दबिश बनाना शुरू कर दिया है। उसके परिजनों से उसके ठिकाने के बारे में पूछताछ की जा रही है। संदेह के आधार पर पुलिस सभी संभावित जगहों पर छापेमारी कर रही है। एसएसपी जयंतकांत ने DSP पूर्वी मनोज पांडेय के नेतृत्व में SIT का गठन किया है। आरोपियों की तलाश में पुलिस ताबड़तोड़ रेड कर रही है। फरार डॉक्टरों के नाम पते का भी सत्यापन किया जा रहा है।
मरीज के शरीर में सूजन
सुनीता का ऑपरेशन 3 सितंबर को हुआ था। अब धीरे -धीरे उसकी हालत बिगड़ने लगी है। उसके शरीर में हल्की सूजन होने लगी है। उसकी मां तेतरी देवी ने SKMCH में बताया की वो यूरिन भी नहीं कर पा रही है। हाथ और पैर में थोड़ी सूजन है। खाना भी न के बराबर खा रही है।
3 बच्चों की मां है सुनीता
सुनीता के पति अकलू ने बताया की हमारी आर्थिक हालत बेहद खराब है। शादी को करीब 5 साल हो गए। तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं। सुनीता बेड पर पड़ी हुई है। उसकी आंखों से लगातार अपने बच्चों को याद कर आंसू निकल रहे हैं। वह अपनी मां से कहती है उसे बच्चों के पास ही रहना है। इलाज नहीं करवाना है।
महंत मनियारी के एक जनप्रतिनिधि ने कुछ आर्थिक मदद की। तब जाकर SKMCH में एडमिट कराया है। अब पटना ले जाने को बोल रहे हैं। कहां से इलाज करवाएंगे। इतना कहते हुए सिसकियां भरने लगते हैं।