मुजफ्फरपुर के ब्रह्मपुरा थाना क्षेत्र के पमरिया टोला के राजन साह की छह वर्षीय बेटी खुशी के अपहरण केस में संदिग्ध कोल्हुआ पैगम्बरपुर के राहुल कुमार का पॉलीग्राफी टेस्ट हुआ। ब्रह्मपुरा के चांदनी चौक स्थित एक होटल में दिल्ली से आई सेंट्रल FSL की दो अधिकारी डा. रंजीता कुमारी और डा. सौम्या सोलंकी ने राहुल से खुशी अपहरण कांड से जुड़ी 11 सवाल पूछे। पूछताछ के दौरान उसने सेंट्रल FSL के अधिकारियों को जो जानकारी दी है, उसको पॉलीग्राफी मशीन में कैद कर लिया गया है। करीब चार घंटे तक राहुल से पूछताछ करने के बाद टीम दिल्ली के लिए निकल गई।
इससे पहले सेंट्रल जेल में बंद आरोपी अमन कुमार की पॉलीग्राफी टेस्ट हुई। परिजन व वकील की मौजूदगी में सेंट्रल FSL के दो अधिकारियों ने अमन से 15 से अधिक सवाल पूछे थे। जो खुशी के पूजा पंडाल से गायब होने से लेकर उसकी गिरफ्तारी होने तक के समय से जुड़ी हुई थी। अमन की पॉलीग्राफी टेस्ट के लिए कोर्ट के आदेश पर उसके परिजन व वकील की मौजूदगी में की गई। ब्रह्मपुरा पुलिस का कहना है कि अमन के वकील की ओर से सेंट्रल FSL को उनकी मौजूदगी में जांच होने का एक प्रमाण पत्र भी दिया है। पुलिस ने अमन की पॉलीग्राफी टेस्ट की प्रक्रिया पूरी होने के बाद उसका सदर अस्पताल में मेडिकल जांच करवा कर वापस सेंट्रल जेल भेज दिया था। बताया जा रहा है की सात से 15 दिनों के अंदर आ सकती है।
आरोपी के जवाब से स्पष्ट सुराग नहीं
पुलिस के अधिकारियों की माने तो दिल्ली स्थित सेंट्रल एफएसएल के लैब में दोनों से पूछताछ के दौरान आई बातों का निष्कर्ष निकाला जाएगा। इसके आधार पर रिपोर्ट तैयार करके एसएसपी जयंतकांत को भेजा जाएगा। इधर, एसएसपी जयंतकांत ने बताया की पॉलीग्राफी टेस्ट में आरोपी ने कोई स्पष्ट सुराग नहीं बताया है। विस्तृत जानकारी रिपोर्ट आने पर ही पता लगेगा।
पिछले वर्ष लापता हुआ थी खुशी
बता दें कि पिछले वर्ष 16 फरवरी को सरस्वती पूजा के दौरान अचानक से खुशी लापता हो गई थी। पुलिस कारवाई से निराश होकर परिजन ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। जिसपर कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए एसएसपी से पूछा था की क्यों नहीं इस केस को CBI को सौंप दिया जाए। एसएसपी ने कोर्ट में उपस्थित होकर अपनी बात रखते हुए पॉलीग्राफी टेस्ट और कुछ समय की मांग की थी।