आज ख़रना है. आज छठ परमेश्वरी की पूजा होगी. घर घर में मंगल गीत गाए जाएंगे. रात को रोटी खीर पकाया जाएगा. जिसे मिलकर सभी लोगों के बीच वितरण किया जाएगा. नए चूल्हे पर पुआ पकवान बनेगा. आम की लकड़ी का प्रयोग होगा. आटा चक्की वालों ने मशीन को धोकर साफ सुथरा कर लिया है. गंगा घाट सहित विभिन्न नदी और तालाबों में लोगों ने स्नान कर नहाए खाए का पालन किया. कद्दू भात बनाकर सभी श्रद्धालुओं ने छठ पूजा का शुभारंभ किया.
पंडितों की माने तो सूर्यास्त के बाद खरना करने की परंपरा है. इस साल 5:38 से लेकर 7:15 तक शुभ संयोग बन रहा है. अर्थात इस बीच अगर श्रद्धालु खरना का पालन करते हैं तो उनके लिए शुभ रहेगा.
बताते चलें कि नहाय-खाय के साथ शुक्रवार को छठ महापर्व की शुरुआत हो गई। शनिवार को खरना है। पूरा राज्य छठमय हो चुका है। बाजारों में शुक्रवार को छठ सामग्री की खरीदारी के लिए भारी भीड़ रही। पुलिस मुख्यालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि इस दौरान विधि व्यवस्था बनाए रखने और छठव्रतियों को कोई असुविधा न हो, इसके लिए अर्द्धसैनिक बलों और बिहार सशस्त्रत्त् बल की 36 कंपनियां के अलावा काफी संख्या में पुलिस बलों को जिलों में तैनात किया गया है। पुलिस छठ घाटों से लेकर आने-जाने वाले मार्गों पर तैनात रहेगी।