छठ पर्व में दूसरे प्रदेशों से मुजफ्फरपुर आने वाले लोगों की भीड़ काफी संख्या में है। ट्रेनों में सीट नहीं होने के कारण यात्री बस का सहारा ले रहे हैं। इसी का फायदा बस वाले उठा रहे हैं। यात्रियों से दोगुना भाड़ा वसूला जा रहा है। दिल्ली से मुजफ्फरपुर- दरभंगा आने का किराया 900-1000 रुपया है। जबकि बस वाले अभी 2000 रुपए वसूल रहे हैं। दोगुना किराया लेने के बावजूद यात्रियों को दरभंगा तक नहीं ले जा रहे हैं। मुजफ्फरपुर में ही उतार देते हैं।
शहर के सदातपुर में प्रतिदिन बस से सैंकड़ों की संख्या में यात्री छठ पर्व मनाने घर आ रहे हैं। लेकिन, उतरने के साथ ये बस वाले कोसने लगते हैं। इतना ही नहीं दो लोगों की सीट पर जबरन तीन लोगों को ठूंस कर बैठा दिया जाता है।
विरोध करने पर उतारने की देते धमकी
कुछ यात्रियों से बात करने पर बताया की दिल्ली से जब बस खुलती है तो सबकुछ ठीक रहता है। पर धीरे धीरे बस में भीड़ बढ़ने लगती है। कई जगहों पर ये पैसेंजर बैठाते हैं। सीट नहीं होने पर जबरन एक की जगह दो यात्रियों को बैठा देते हैं। विरोध करने पर बस से उतारने की धमकी देते हैं। मजबूरन हमे यात्रा करना पड़ता है। फिर भी ये आधे रास्ते में ही उतार देते हैं। फिर यहां से दूसरी बस का भाड़ा खुद देकर हमलोग घर तक जायेंगे।
पुलिस भी नहीं करती कार्रवाई
सदातपुर मोड़ पर पुलिस भी अधिकांश मौजूद रहती है। यात्री जब इनसे शिकायत करते हैं तो ये अनसुना कर देते हैं। यात्रियों की शिकायत पर कोई संज्ञान नहीं लिया जाता है। बस वाले वहां यात्रियों को उतारकर आराम से निकल जाते हैं। यात्री निराश होकर दूसरी बस से गंतव्य तक जाते हैं।