दिवाली के पांच पर्वों की शृंखला में प्रथम पर्व धनतेरस दो नवंबर को मनाया जा रहा है। धनतेरस पूजन का शुभ समय शाम को गोधूलि बेला में 5.15 बजे से रात्रि 8.20 बजे तक करना श्रेष्ठ रहेगा।
पुराणों के अनुसार धनतेरस के दिन आयुर्वेद के जनक भगवान धनवंतरि अमृत कलश के साथ प्रकट हुए थे। कहते हैं की पहला सुख निरोगी काया, जब तन स्वस्थ रहेगा तभी धन भी आएगा। धातु में माता लक्ष्मी का वास होता है। इस दिन सोने चांदी के आभूषण बर्तन, नया वाहन इत्यादि खरीदना अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन अपने घर और प्रतिष्ठान के लिए नई झाड़ू अवश्य लेनी चाहिए। शाम के समय भगवान लक्ष्मी नारायण के साथ धन के देवता कुबेर की पूजा होती है।
इन चीजों की करें खरीदें
1. सोना चांदी नहीं तो खरीद लें छोटी चम्मच: इस दिन सोने या चांदी की चीज खरीदना शुभ माना जाता है, लेकिन यदि नहीं खरीद सकते हैं, तो इस दिन स्टील का एक छोटा चम्मच जरूर खरीदें. पर याद रखें इस चम्मच को अपनी तिजोरी में रख दें. इससे आपको मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होगी और आपके धन में वृद्धि होगी।
2. धनिया का बीज: बहुत से लोग नहीं जानते हैं कि धनतेरस के शुभ दिन पर धनिया के बीज खरीदने की परंपरा भी है. इसे धन का प्रतीक माना जाता है. लक्ष्मी पूजा के समय इन बीजों को उन्हें अर्पित करें और पूजा करने के बाद इनमें से कुछ बीजों को मिट्टी के बर्तन में या अपने घर के पीछे वाले हिस्से में बो दें और बाकी को अपनी तिजोरी में रख दें.
3. सोलह श्रृंगार का सामान : इस दिन विवाहित महिला को ‘सोलह श्रृंगार’ का एक सेट या सिंदूर के साथ एक लाल साड़ी उपहार में देना शुभ माना जाता है. इससे लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं. अगर कोई विवाहित महिला नहीं है, तो किसी अविवाहित लड़की को ये चीजें उपहार में दे सकते हैं और उसका आशीर्वाद ले सकते हैं.
ये चीजें भूलकर भी न खरीदें
यदि आप इस दिन कुछ नया नहीं खरीद पा रहे हैं तो कोई बात नहीं है, लेकिन धनतेरस पर एल्युमिनियम या कांच से बनी कोई भी चीज खरीदने की गलती न करें. यह शुभ नहीं माना जाता है, क्योंकि ये राहु से संबंधित हैं. माना जाता है कि इन चीजों को घर लाने से मां लक्ष्मी आपसे रूठ जाएंगी और आपके घर पर वास नहीं करेंगी.