योध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य जोरों से जारी है। इंजीनियरों की मानें तो 70 प्रतिशत तक काम पूरा हो चुका है और दिसंबर 2023 तक भव्य राममंदिर बनकर तैयार हो जाएगा। राम मंदिर में 12 दरवाजे और 392 खंभे होंगे।
भूकंप का असर नहीं
राम मंदिर के निर्माण कार्य में लगे एक इंजीनियर ने कहा कि राम मंदिर को इस तकनीक से बनाया जा रहा है, जिससे यह सैकड़ों साल तक सुरक्षित रह सके। इस मंदिर का निर्माण इस तरीके से किया जा रहा है, जिससे इस पर भूकंप का भी कोई असर नहीं हो सकेगा।
लोहे का इस्तेमाल नहीं
भव्य राम मंदिर के निर्माण में पत्थरों का प्रयोग किया जा रहा है। इसके निर्माण में लोहे जैसे किसी अन्य धातु का प्रयोग नहीं किया जा रहा है। पत्थरों की नक्काशी देखने लायक होगी।
कड़ाके की ठंड में भी निर्माण जारी
कड़ाके की ठंड के बावजूद निर्माण व शिलाओं की गढ़ाई तेजी से जारी है। इस समय करीब 1500 श्रमिक कार्य कर रहे हैं। जबकि दो माह पूर्व यह संख्या करीब 500 थी। श्रमिक राजस्थान और अयोध्या की कार्यशालाओं में पत्थरों को गढ़कर अंतिम रूप दे रहे हैं।
अमित शाह कर चुके हैं ऐलान
कुछ दिनों पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अगले वर्ष एक जनवरी तक मंदिर के निर्माण हो जाने का ऐलान किया था। बाद में राम मंदिर ट्रस्ट ने भी यही बात दोहराई थी।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट हर माह मंदिर निर्माण की प्रगति से राम भक्तों का रूबरू कराता रहता है. इस वक्त भव्य राम मंदिर का निर्माण काफी तेज गति के साथ चल रहा है. वहीं, आज न्यूज़ 18 लोकल की टीम मंदिर के गर्भ गृह में पहुंची. आइए देखें तस्वीरें…
मंदिर निर्माण के प्रथम फेज का काम लगभग 60 फीसदी पूरा हो चुका है. इस वक्त ग्रह मंडप और सिंहद्वार का काम जारी है.
वहीं, सरयू की जलधारा से राम मंदिर को हजारों साल सुरक्षित रखने के लिए रिटेनिंग वॉल बनाई जा रही है. जिसका निर्माण लगभग पूरा हो चुका है.
मंदिर के चारों तरफ परकोटे का निर्माण शुरू हुआ है. जहां भगवान राम के जीवन से जुड़े हुए लोग महर्षि वाल्मीक महर्षि विश्वामित्र महर्षि वशिष्ठ निषाद राज माता शबरी के अलावा कई लोगों के और भी मंदिर बनाए जाएंगे.
वर्तमान समय में भगवान रामलला के मंदिर के भूतल का निर्माण तेज गति के साथ चल रहा है. भगवान रामलला के गर्भ ग्रह और बोतल में लगने वाले स्तंभ अब आकार ले चुके हैं. स्तंभों की ऊंचाई 20 फीट होनी है. इसके अलावा रामलला का सिंहद्वार भी आकार लेता दिख रहा है. इसी सेश्रद्धालु अपने आराध्य के दर्शन को प्रवेश करेंगे.
इतना ही नहीं, भगवान राम के भव्य मंदिर निर्माण में चंडीगढ़ से निर्मित 3 होल वाली ईंटे लगाई जा रही हैं, जिसमें भगवान राम का नाम और सन ( 2021, 2022) लिखा है.
राम मंदिर में बसंत पंचमी मनाए जाने के बाद राम मंदिर ट्रस्ट ने बड़ी जानकारी दी है. राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा है कि 1 जनवरी 2024 से राम मंदिर में रामलला का प्राण प्रतिष्ठा प्रारम्भ हो जाएगा। इसके लिए भक्तों को अभी 11 महीने तक और इंतजार करना पड़ेगाl
अति विशिष्ट क्वालिटी के मैटेरियल का इस्तेमाल किया जा रहा है
उन्होंने कहा कि श्रीरामजन्मभूमि पर भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर तेजी के साथ बन रहा हैlएक हजार साल से ज्सादा टिकने वाले इस भव्य मंदिर में बेहतरीन इंजीनियरिंग के साथ अति विशिष्ट क्वालिटी के मैटेरियल का इस्तेमाल किया जा रहा हैl राम मंदिर का निर्माण का 70 प्रतिशत काम पूरा कर लिया गया है।
अमित शाह ने भी 1 जनवरी को देशभर राम भक्तों को अयोध्या आने की अपील की
बताते चले कि देश के गृहमंत्री अमित शाह ने भी 1 जनवरी को देशभर राम भक्तों को अयोध्या आने की अपील की थीl रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने भी कहा कि अस्थाई मंदिर में रामलला का अंतिम बसंत उत्सव मनाया जा रहा हैl अगले साल से भव्य मंदिर में यह उत्सव बहुत ही भव्य तरीके से मनाया जाएगा.
5 अगस्त 2020 को पीएम नरेंद्र मोदी ने रामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर का भूमिपूजन किया
495 वर्षों से राम जन्मभूमि को लेकर विवाद चल रहा थाl 1949 में भगवान रामलला का जन्मभूमि पर हुआ था प्राकट्य हुआ और विवादित ढांचा1992 में गिराया गया था। पहले विवादित ढांचा फिर टेंट में रामलला विराजमान हुएl5 अगस्त 2020 को पीएम नरेंद्र मोदी ने रामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर का भूमिपूजन किया थाl ढाई साल से अस्थाई मंदिर में रामलला की पूजा होने के साथ उनकी जन्मस्थली पर उनका भव्य मंदिर बन रहा है.
भवन निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक अयोध्या में 28 और 29 जनवरी को होगी। इसमें मंदिर निर्माण की प्रगति को लेकर बैठक में समीक्षा होगी। भगवान रामलला के स्थाई मूर्ति के स्वरूप और पत्थर को लेकर भी लिया जाएगा फैसला। राम जन्मभूमि परिसर के विश्वामित्र आश्रम में बैठक होगी।
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