देश में मंगलवार, 2 नवंबर से दीपों का उत्सव शुरू हो गया है। दीपावली के त्योहार की शुरुआत धनतेरस से हो जाती है। भगवान धनवंतरी की पूजा के बाद आज यानि कि बुधवार को यम की पूजा की जाएगी। आज देशभर में छोटी दिवाली मनाई जा रही है। इसे छोटी दिवाली के अलावा नरक चतुर्दशी, यम चतुर्दशी, रोप चौदस और रूप चतुर्दशी के नाम से भी जाना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, आज के दिन भगवान यमराज की पूजा करने से दीर्घायु की प्राप्ति और स्वास्थ्य जैसी तमाम समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है। ये भी कहा जाता है कि यम देव को दीपदान करने से अकाल मृत्यु भी टल जाती है। वहीं बता दें कि छोटी दिवाली के दिन भगवान कृष्ण की भी पूजा का विधान है। इसके पीछे एक पौराणिक कथा काफी प्रचलित है।
छोटी दिवाली शुभ मुहूर्त
3 नवंबर 2021- सुबह 09:02 बजे
4 नवंबर 2021- सुबह 06:03 बजे तक
पूजा घर में जलाएं अखंड दीपक
घर की दरिद्रता-निर्धनता को दूर करने के लिए सबसे पहले धनतेरस के शुभ अवसर पर पूजा घर में अखंड दीपक जलाएं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यह दीपक यदि भैया दूज तक ऐसा ही जलता रहा तो कई वास्तु दोषों से आपको मुक्ति मिल सकती है. घर की नकारात्मक शक्तियां भी दूर होंगी.
ईशान कोण में जरूर जलाएं दीपक
ऐसी मान्यता है कि घर के ईशान कोण अर्थात उत्तरी और पूर्वी हिस्सों में दीपक जरूर जलाना चाहिए. दरअसल, इन स्थानों में भगवान का वास होता है. यही कारण है कि धनतेरस के दिन गाय के घी के दीपक ईशान कोण में जलानी चाहिए. हालांकि, याद रहे दीपक सीधे धरती पर नहीं रखना चाहिए. उसके लिए पहले थोड़ा सा चावल का ढेरी लगाएं फिर उस पर दिए को रखें.
मुख्य द्वार पर जलाएं दीपक
करंच के तेल से भी आप दीपक प्रज्वलित कर सकते हैं. इसमें दो काली गुंजा डाल दें और चावल की ढेरी लगा कर मुख्य द्वार पर रौशन करें. धनतेरस ही नहीं दीपावली की रात भी कुछ इसी तरह ही दीए जला सकते हैं. कहा जाता है कि अगले दिन सूर्योदय तक यदि यह दीपक रौशन रहा तो अति शुभ होगा आपके लिए. ऐसा होने पर आप साल भर आर्थिक मामलों में खुद को मजबूत पाएंगे.
तुलसी के पास भी जलाएं दीपक
कुछ इसी तरह तुलसी के पास भी दीपक जलाना चाहिए. इसके अलावा दीपावली की शाम अशोक वृक्ष के नीचे घी के दिए भी जलाने चाहिए. इसे बेहद शुभ माना गया है. दरअसल, तुलसी के पौधों का धर्म हिंदू धर्म में खास महत्व होता है.
पीपल के पेड़ के नीचे जलाएं दीपक
ऐसी मान्यता है कि दिवाली और धनतेरस में चांदी की कटोरी में यदि आप कपूर जलाते हैं तो परिवार की रक्षा स्वयं भगवान करते हैं. ऐसी मान्यता है कि हर अमावस्या को पीपल के पेड़ के नीचे दिए जलाने से और देवता प्रसन्न होते हैं. जिससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर भागती है.
घर के बाहर यम का दीपक जलाएं
अकाल मृत्यु से बचने के लिए धनतेरस के दिन प्रदोष काल में घर के बाहर यमराज के लिए एक दीपक जलाना चाहिए. इसे यम दीपम या यम का दीपक भी कहा जाता है. ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से यमराज प्रसन्न होते हैं और वे उस परिवार के सदस्यों पर अकाल मृत्यु का भय समाप्त होता है.