बिहार की बेटी Maithili Thakur के कला की दीवानी है दुनिया, देखिए देश-विदेश में भी लहरा रही है परचम..



बिहार की बेहद लोकप्रिय युवा लोक गायिका मैथिली ठाकुर को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड ने उन्हें ब्रांड एंबेसडर बनाया है। मैथिली, बिहार के खादी, हस्तशिल्प और हथकरघा प्रोडक्ट्स का प्रमोशन करेंगी।

मैथिली ठाकुर को हाल में संगीत नाटक अकादमी के प्रतिष्ठित ‘उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार’ के लिए भी चुना गया है। बिहार के उद्योग मंत्री समीर महासेठ ने पटना में मंगलवार को आयोजित एक समारोह में इस संबंध में ठाकुर को पत्र सौंपते हुए बधाई दी।

बिहार खादी ग्रामोद्योग बोर्ड का बड़ा फैसला
बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड राज्य सरकार के उद्योग विभाग के अंतर्गत आता है। मैथिली ठाकुर ने कहा कि यह मेरे लिए गर्व की बात है कि मुझे बिहार की संस्थाओं के लिए काम करने का मौका मिला है। मेरी कोशिश होगी कि मैं युवाओं को बिहार के खादी, हथकरघा और हस्तशिल्प से जोड़ सकूं।

इस अवसर पर बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी दिलीप कुमार ने बताया कि देश के इतिहास और हमारी परंपरा का अहम पहलू खादी है। खादी को युवाओं से जोड़ने के लिए बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड की ओर से कई नई योजनाएं बनाई जा रही हैं।

मधुबनी में हुआ मैथिली का जन्म
मैथिली ठाकुर आज किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं। उनका जन्म 25 जुलाई 2000 को मधुबनी के बेनीपट्टी में हुआ। मैथिली बचपन से ही संगीत के वातावरण में पली और बड़ी हुईं। यही वजह है कि उनका लोक गीत को लेकर इंटरेस्ट जगा।

मैथिली के पिता का नाम रमेश ठाकुर है, जो संगीत सिखाते हैं। इनकी मां का नाम पूजा ठाकुर है। इनके परिवार में मैथिली के अलावा बड़े भाई रिषभ ठाकुर और छोटे भाई अयाची भी हैं।

मैथिली को हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत के अलावा मैथिली को लोक संगीत का प्रशिक्षण उनके पिता और दादा से मिला है।

फेसबुक-इंस्टाग्राम पर लाखों में है फैन फॉलोइंग
मैथिली ठाकुर फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब समेत सोशल मीडिया साइट्स पर भी बेहद एक्टिव रहती हैं। फेसबुक पर उनके करीब 14 मिलियन फॉलोअर्स हैं। इंस्टाग्राम पर 34 लाख और यूट्यूब पर भी इनकी फैन फॉलोइंग लाखों में है।

मैथिली जब गाती हैं तो करोड़ों लोगों को अपनी मधुर आवाज का दीवाना बना देती हैं। उन्होंने विशेष रूप से मैथिली, भोजपुरी और हिंदी में लोक गीतों के गायन में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है। मैथिली ने अपने दो भाइयों-रिशव और अयाची के साथ विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों में संगीत प्रस्तुतियां दी हैं।




INPUT: indiatimes.com



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