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होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र मुजफ्फरपुर अब 250 बेड का हाेगा। इसके लिए एसकेएमसीएच स्थित इस अस्पताल परिसर में ही बिल्डिंग बनेगी। करीब 4 साै कराेड़ रुपए की लागत से इसे 2 साल में तैयार करना है जिसके लिए गुरुवार काे भूमि पूजन के साथ भवन निर्माण कार्य भी प्रारंभ कर दिया गया।

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इसमें राज्य का सबसे बड़ा रेडियाेथेरेपी केंद्र हाेगा जिसमें 4 रेडियोथेरेपी मशीनें लगेंगी। गाैरतलब है कि टाटा मेमोरियल सेंटर की शाखा होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र एसकेएमसीएच परिसर में फरवरी 2021 से ही कार्य कर रहा है।

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यहां कैंसर मरीजाें का इलाज उसी समय से हाे रहा है। अब अगले 2 साल में अस्पताल की नई बिल्डिंग बनेगी। इसकी पूरी लागत 400 करोड़ रुपए बताई गई है। इसमें केंद्र सरकार के परमाणु ऊर्जा विभाग से 200 करोड़ का अस्पताल, एल्केम की वित्तीय सहायता से 100 करोड़ का रेडियोथेरेपी ब्लॉक समेत बिहार सरकार द्वारा 15 एकड़ जमीन दिए जाने के साथ 100 करोड़ रुपए भी दिए गए हैं।

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गुरुवार काे भूमि पूजन होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केन्द्र मुजफ्फरपुर के प्रभारी रविकांत सिंह ने किया। इस माैके पर एसकेएमसीएच के प्राचार्य डॉ. विकास कुमार, अधीक्षक बाबूसाहेब झा, डॉ. ग्रीष्मा, डॉ. करुणा, पीआरओ सत्यम कुमार आदि मौजूद थे।

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रेडियाेथेरेपी ब्लाॅक इसी साल दिसंबर में हाे जाएगा तैयार
प्रभारी रविकांत सिंह ने बताया कि रेडियाेथेरेपी ब्लॉक इसी वर्ष दिसंबर तक बनकर तैयार हाे जाएगा। उन्हाेंने कहा कि मुजफ्फरपुर स्थित इस होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र से अब तक 35 हजार से अधिक मरीजाें का इलाज हाे चुका है।
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यहां प्रतिदिन साै से 120 मरीज अाते हैं। अभी यहां ब्रेस्ट, सर्विक्स, ओरल गैस्ट्राे, बाेन मैराे, बच्चाें में हाेनेवाले कैंसर आदि के इलाज के साथ कीमाेथेरेपी और सर्जरी भी हाेती है।
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रेडिएशन की जरूरत पड़ने पर मरीज काे आईजीआईएमएस या पीएमसीएच पटना भेजा जाता है। अस्पताल की ओर से अपनी पैलिएटिव सर्विस के तहत उन मरीजाें काे घर तक इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है जाे अस्पताल तक नहीं आ सकते हैं।
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INPUT: bhaskar.com
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