मुजफ्फरपुर। बूढ़ी गंडक के कई तटों पर अभी स्थिति खतरनाक बनी हुई है। अत्यधिक कटाव के साथ-साथ किनारे पर गहराई में पानी होने से घाटों की स्थिति खतरनाक बनी हुई है। शहर के दस में छह ऐसे नदी घाटों की स्थिति काफी खतरनाक है। लकड़ीढ़ाई में व्रतियों को सर्वाधिक संकट का सामना करना पड़ेगा। सिकंदरपुर, नाजिरपुर, शेखपुर, दादर व चंदवारा घाट की भी स्थिति ठीक नहीं है।
संध्या अर्घ्य में तीन दिन शेष होने के बावजूद कटाव से बिगड़े घाटों को अभी तक दुरुस्त नहीं किया गया है। लकड़ीढ़ाई छठ घाट पर तीखे ढलान के बीच अर्घ्य देने में व्रतियों व श्रद्धालुओं को खतरों का सामना करना पड़ सकता है। ढलान को पाटने के लिए नगर निगम के स्तर से अबतक मिट्टी काटकर सीढ़ी बनाने का कार्य शुरू नहीं किया जा सका है।
सीढ़ी बनाए जाने पर श्रद्धालु घाट पर सूप व डाला रख सकेंगे। स्थानीय विनोद पासवान ने बताया कि 15 दिन पूर्व से तेजी से पानी घट रहा है। बीते साल अगस्त के बाद बाढ़ नहीं आयी। इस बार जुलाई से लेकर सितंबर तक चार बार बाढ़ आयी है। संजय महतो ने बताया कि नगर निगम द्वारा छठ घाटों को सुरक्षित बनाने के दिशा में काम नहीं किया जा रहा है।
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