रोहतास की वायरल गर्ल सलोनी की एक बार फिर चर्चा है। कुछ दिनों पहले समाधान यात्रा के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रोहतास पहुंचे। नीतीश कुमार के सामने सलोनी ने शराब के ऊपर गाया हुआ अपना वायरल गाना ‘नशा ना करना, नशा जहर है…जीते-जी मर जाना..’ गया। इसकी चर्चा पूरे राज्य में हो रही।
CM ने सलोनी की मां के नाम तीन डिसमिल जमीन का पर्चा दिया, इसकी भी खूब चर्चा हुई। ऐसे में सलोनी के परिवार में वायरल होने के बाद क्या-कुछ बदला है…जमीन के पर्चे की वास्तविक स्थिति क्या है, इसकी पड़ताल करने दैनिक भास्कर की टीम सलोनी के गांव पहुंची।
शुरू से ही स्कूल में गाना गाती है सलोनी
सबसे पहले सलोनी के स्कूल मध्य विद्यालय पतलुका पहुंचे। वहां सलोनी के शिक्षक एवं विद्यालय के प्रधानाध्यापक अनिल कुमार मिले। उन्होंने बताया कि सलोनी में गायन का नेचुरल टैलेंट है। विद्यालय में प्रत्येक शनिवार को गीत-संगीत का कार्यक्रम होता है, जिसमें वह शुरू से ही गाना गाती रही है। शिक्षकों द्वारा उसे प्रोत्साहित किया जाता रहा है।
वायरल वीडियो के बारे में अनिल कुमार ने बताया कि वह वीडियो भी विद्यालय का है। विद्यालय में अभिभावक गोष्ठी थी, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल थी। वहीं सलोनी से नशा विरोधी गीत गाने को कहा गया, जो वायरल हो गया। कहा कि वायरल होने के बाद सलोनी अब पढ़ाई पर भी ध्यान दे रही है, और यह अच्छी बात है।
दो पीढ़ियों बाद जमीन हुई अपनी, बनेगा पक्का मकान
इसके बाद भास्कर टीम सलोनी के गांव अलीनगर में उसके घर पहुंची। जहां उसके बड़े भाई और दादी से मुलाकात हुई। माता-पिता किसी जरूरी काम से बाहर गए थे। भाई सचिन ने बताया कि अभी जो उनका कच्चा मकान है वो सरकारी गैर मजरूआ जमीन पर बना हुआ है। उनके दादा चटनी गांव से यहां बसे थे।
अब दो पीढ़ियों के बाद बहन सलोनी के कारण घर का जमीन अब मां के नाम से हो सका है। बताया कि सीएम नीतीश कुमार द्वारा इसी जमीन का पर्चा मिला है, अब यहां आवास योजना के तहत पक्का मकान बन पाएगा। सलोनी की दादी सलोनी के विषय में पूछने पर कुछ बताई नहीं…बस उनकी आंखे भर आई, कहती हैं बहुत गरीबी देखें है।
कभी अश्लील गीत नहीं गाऊंगी
सलोनी ने बताया कि उसकी बचपन से गाने में रुचि है। आगे चलकर वह गायिका ही बनना चाहती है। इसके लिए वह गीत-संगीत सीखना चाहती है। कहा कि डीईओ सर, रोहतास संगीत शिक्षक से गीत सिखलाने का वादा किया है, और उम्मीद है कि वो वादा पूरा करेंगे।
सलोनी ने कहा कि अभी पढ़ाई करना है और उसी में एक-दो घंटा समय निकाल कर संगीत भी सीखना है। कहा कि वह चाहती है भोजपुरी गीतों में अश्लीलता खत्म हो, वह हमेशा अच्छे गीत गाएगी। बताया कि उसके गांव में हाई स्कूल नहीं है आठवीं करने के बाद वह तिलौथू प्रखण्ड मुक्ष्यालय स्थित हाई स्कूल में पढ़ने जाएगी।
संघर्ष करते परिवार में उम्मीद है सलोनी
हम सलोनी के घर पहुंचे तो कच्चे मकान में दो छोटे-छोटे कमरे थे। छोटे से आंगन में एक कोने में भैंस भी बंधी थी। दरवाजे पर बकरी बंधी थी। सलोनी के पिता भूमिहीन मजदूर हैं। कुल मिलाकर एक-दूर दराज गांव में जीवन के बुनियादी जरूरतों के लिए संघर्ष करता एक परिवार है। वायरल होने के बाद भी घर-परिवार में कुछ नहीं बदला है, लेकिन अब यह परिवार बेटी के बदौलत कुछ बेहतरी की उम्मीद कर रहा है।
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