बिहार में भी है भगवान जगन्नाथ का भव्य मंदिर, दूर-दूर से मनोकामनाएं लेकर आते है भक्त, जानिए मंदिर का इतिहास

ओडिशा के पूरी में स्तिथ जगन्नाथ मंदिर के बारे में तो हर कोई जानते है। लेकिन जो लोग किन्हीं कारणों से उड़ीसा के पुरी जाकर भगवान जगन्नाथ का दर्शन नहीं कर पा रहे हैं, उनके लिए बिहार के मुजफ्फरपुर में भी एक विशेष मंदिर है.

यू कहे तो मुजफ्फरपुर में भी भगवान जगन्नाथ का मंदिर है. यह मंदिर पुरी के भगवान जगन्नाथ के मंदिर के तरह है। मंदिर देखने में भी ठीक उड़ीसा के जगन्नाथ मंदिर की तरह ही है. इसकी ऊंचाई 86 फीट है। यह जगन्नाथ मंदिर मुजफ्फरपुर के सकरा प्रखंड में है।
इस मंदिर के प्रांगण में एक वट वृक्ष भी है। जिसके बारे में बताया जाता है की यह बहुत शक्तिशाली पेड़ है और इस पेड़ को ओडिशा से एक गुरु जी खुद यहाँ आ कर इसको लगाए थे। यहां जो अपनी मनोकामना लेकर आता है उसकी मनोकामना जरूर पूर्ण होती है !

इस मंदिर को पूर्ण रूप से उड़ीसा के ही जगन्नाथ मंदिर के तर्ज पर बनाया गया है. त्राहि अच्युत नाम के आश्रम द्वारा संचालित इस मंदिर का मुख्य आश्रम उड़ीसा के भुनेश्वर के पास है, त्राहि अच्युत ने ही इस आश्रम का निर्माण मुजफ्फरपुर में भी कराया।

मुजफ्फरपुर के जगन्नाथ मंदिर के पुजारी अनिल कुमार राय ने बताया कि इस मंदिर की स्थापना 2018 में हुई है। इस मंदिर का निर्माण 2009 से शुरू हुआ था, जो 2018 में जाकर पूरा हुआ. 18 जून 2018 को इस मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हुई. यह बिहार का एक मात्र जगन्नाथ मंदिर है, जो जगन्नाथ पुरी के जगन्नाथ मंदिर की तर्ज पर बना है. इस मंदिर को बनाने के लिए सभी कारीगर उड़ीसा से आए थे. उन्हीं लोगों ने इस भव्य मंदिर का निर्माण किया. इस मंदिर में भगवान जगन्नाथ की प्रतिमा विराजमान है. साथ ही एकाध्शी और पूर्णिमा को विशेष पूजा भी की जाती है और हर साल 31 दिसंबर को बड़े ही धूम-धाम से स्थापना दिवस मनाया जाता है।

 

रिपोर्ट; Ritu Raj

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