कड़ाके की इस ठंड में स्कूल जाने में बच्चे कांप रहे हैं। ठंड के कारण स्कूलों में उपस्थिति कम हो गई है। सरकारी स्कूल से लेकर निजी विद्यालय तक बच्चे स्कूल नहीं पहुंच रहे हैं। निजी स्कूलों के प्राचार्यों का कहना है कि सुबह काफी ठंड रहती है और कोहरा भी लग रहा है। इसलिए बच्चों की उपस्थिति कम हो गई है। सरकारी स्कूलों में भी सुबह नौ बजे बच्चे स्कूल नहीं पहुंच पा रहे हैं। स्कूलों के प्राचार्यों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि स्कूलों में बच्चे ठंड की वजह से नहीं आ रहे हैं और शाम से पहले ही जाना चाहते हैं। बहुत मुश्किल से बच्चों को रोका जा रहा है। इंडियन एसोसिएशन ऑफ स्कूल्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुमन कुमार ने बताया कि छोटे बच्चों के स्वास्थ्य को देखते हुए संबंधित जिला पदाधिकारी को निर्णय लेना चाहिए। निजी स्कूल जो निर्देश आयेगा उसका पालन करेगा।
स्कूल पहुंचने के बाद भी ठंड का असर
स्कूल पहुंचने के बाद भी ठंड का असर रहता है। कई कक्षाओं में खिड़कियां खुली रहने से बच्चों को ठंड लगती रहती है। खासकर सरकारी स्कूलों में छोटे बच्चों को काफी परेशानी हो रही है। सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले पहली से पांचवीं तक के बच्चे जमीन पर बैठकर पढ़ रहे हैं, जिससे उन्हें ठंड लग रही है। प्राइवेट स्कूलों में भी बच्चे सुबह जाने और दोपहर आने दोनों वक्त ठंड से परेशान हो रहे हैं। ठंड के बाद भी कई स्कूल सुबह में ही स्कूल चला रहे हैं, उन्होंने अपना समय नहीं बदला है।
अभिभावक भी नहीं भेजना चाह रहे स्कूल
अभिभावक भी इस भीषण ठंड में बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाह रहे हैं। उनका कहना है कि भेजने पर बच्चे के बीमार होने का डर रहता है। स्कूलों को भी इस ओर ध्यान देना चाहिए। कुढ़नी के प्रशांत पल्लव ने बताया कि बच्चे का स्कूल घर से दस किमी दूर है। उनका बच्चा कक्षा चार में पढ़ता है। स्कूल ऐसे मौसम में बंद हो जाते थे। माड़ीपुर की सपना रानी ने बताया कि उनका बच्चा छठी कक्षा में पढ़ता है। सुबह इतनी ठंड रहती है कि स्कूल ले जाने में बच्चा ठंड से कांपता रहता है। स्कूलों को इस बारे में सोचना चाहिए।
इनपुट:- livehindustan