भारत में पहली बार मुजफ्फरपुर जंक्शन पर ऑटोमेटिक मशीन से पार्किंग शुल्क वसूला जाएगा। साेनपुर रेल मंडल पार्किंग शुल्क वसूली के लिए स्मार्ट ऑटोमेटिक तकनीक को अपनाने जा रहा है, जिससे ठेकेदारों और यात्रियों के बीच हमेशा के लिए तनाव कम हो जाएगा। जंक्शन परिसर में पहुंचते ही कार का रजिस्ट्रेशन नंबर स्कैन किया जाएगा। वापसी में जंक्शन से बाहर निकलते समय गाड़ी का रजिस्ट्रेशन नंबर स्कैन करने से पार्किंग का खर्च पता चलेगा। पार्किंग के लिए निर्धारित समय सीमा के अनुसार शुल्क निर्धारित किया जाएगा।
गाड़ियां जंक्शन परिसर से बाहर निकलने के लिए पहले पार्किंग शुल्क भुगतान करना होगा। साथ ही चालकों को डिजिटल भुगतान की सुविधा दी जाएगी। नए पार्किंग शुल्क सिस्टम से पिक एंड ड्रॉप वाली गाड़ी के चालकों से कोई शुल्क नहीं वसूला जाएगा। इसके लिए रेलवे एक मुफ्त पार्किंग समय देगा। फ्री टाइम में जंक्शन परिसर से निकलने वाली गाड़ी के चालकों से कोई शुल्क नहीं वसूला जाएगा।
ऑटोमेटिक पार्किंग सिस्टम जंक्शन के पूरे पार्किंग को बेहतर प्रबंधित करेगा। Санपुर रेल मंडल का वाणिज्य विभाग जल्द ही इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू करेगा। नए पार्किंग क्षेत्रों में कंट्राेल एक्सेस, ऑटोमेटिक बैरियर और अन्य सुविधाएं शामिल होंगी। मुजफ्फरपुर जंक्शन पर पार्किंग शुल्क पर सबसे अधिक बहस होती है, एक वरिष्ठ रेल मंडल अधिकारी ने बताया। रेल मंत्री से लेकर रेलवे के वरीय अधिकारियों से इसकी लगातार शिकायतें की गई हैं। मुजफ्फरपुर जंक्शन में तकनीक-आधारित पार्किंग व्यवस्था लगाई जाएगी।
जंक्शन पर पार्किंग शुल्क पर कई बार बहस हुई है, हर दिन पांच हजार गाड़ियां पार्क होती हैं।
मुजफ्फरपुर जंक्शन पर पार्किंग शुल्क वसूलने को लेकर कई बार बहस हुई है। पार्किंग ठेकेदार के कर्मियाें और छात्राें के बीच हुए विवाद के बाद हुए बवाल को शांत करने के लिए GRP और RPF को कठिन चुनाैतियाें से गुजरना पड़ा है। मुजफ्फरपुर जंक्शन पर तीन पार्किंग स्थान हैं। तीन स्टैंड में लगभग पांच हजार कार पार्किंग है। सीनियर डीसीएम ने कहा कि यात्रियों से कई गुना अधिक भुगतान की शिकायतें आती रहती हैं। पिक एंड ड्राप फ्री है। लेकिन जंक्शन पर गाड़ी आते ही पार्किंग वसूली की शिकायतें आती हैं।