2018 की यूपीएससी परीक्षा में सृष्टि जयंत देशमुख ने पहली बार में ही 5वीं रैंक हासिल की। वह आईएएस अधिकारी बन गई। सृष्टि 1995 में कस्तूरबा नगर, मध्य प्रदेश के भोपाल में जन्मी हैं। यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के लिए सृष्टि ने हर दिन छह से सात घंटे पढ़ाई की। उनका कहना था कि तैयारी करने में अखबार पढ़ने और राज्यसभा टीवी देखने से बहुत फायदा हुआ। साथ ही, ऑनलाइन अध्ययन सामग्री भी सहायक रही। सृष्टि हर दिन योगा करती है और संगीत सुनती है।
28 मार्च 1996 को भोपाल में सृष्टि देशमुख का जन्म हुआ था। सृष्टि, जो कस्तूरबा नगर में रहती थी, कार्मल कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ी। इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त की। शुरू से ही, CBSE 12वीं में 93.2% और 10वीं में 10 CGPA लेने वाली सृष्टि होनहार विद्यार्थी रही है। श्री जयंत देशमुख एक इंजीनियर हैं। मां एक निजी स्कूल में शिक्षक हैं। Srishti ने अप्रैल 2022 में IAS अधिकारी नागार्जुन बी गौड़ा से शादी की है। दोनों ने मसूरी में लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (LBSNAA) में पहली बार मुलाकात की। दोनों ने लगभग दो वर्ष तक डेट किया और फिर शादी कर ली।
IAS बनने के लिए अपनी पहली कोशिश में UPSC पास करने वाले इन युवा लोगों का उदाहरण हैं। लाखों लोग उनका समर्थन करते हैं। जहां वे जनसेवा करते हुए कुशल प्रशासनिक अधिकारी के रूप में प्रसिद्ध हैं साथ ही, वे अक्सर अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर युवा लोगों को सिविल सर्विसेज एग्जाम की तैयारी की सलाह देती रहती हैं। उनके पास UPSC मेन्स के लिए एक मार्गदर्शिका, “द आंसर राइटिंग मैनुअल” है। इसमें एग्जाम लिखने और तैयारी करने के तरीके बताए गए हैं। फ्लॉ चार्ट्स में उनके नोट्स भी शामिल हैं।
Srishti ने UPSC पास करने के बाद पहले इंटरव्यू में अपनी तैयारी भी बताई। परीक्षा की तैयारी करने के लिए उन्होंने कहा कि उन्होंने अखबार पढ़ा। सरकारी टीवी चैनल देखा। ऑनलाइन अध्ययन सामग्री काफी उपयोगी थी। सृष्टि का UPSC टोटल मार्क्स था 1068। इंटरव्यू में 173 और मैन्स में 895 मार्क्स थे। सृष्टि युवाओं को सिविल सविर्सेज एग्जाम की तैयारी करने के लिए तैयारी की जरूरत है। फिजिकली फिट रहें और मानसिक रूप से स्वस्थ रहें। शांति पाने के लिए योग और योग जरूर करें।
Self-confidence आवश्यक है। नकारात्मक व्यक्ति डिमोटिवेट कर सकते हैं। ऐसे लोगों से दूर रहें और अपने लक्ष्य पर ध्यान दें। ध्यान और शरीर को थकाने वाली क्रियाएं न करें। अपने शरीर और मन को पूरी तरह से आराम दें। NCERT लेखों से ही तैयारी करें। 17-18 घंटे पढ़ने की जरूरत नहीं है; बस हर दिन 5 से 6 घंटे दिल लगाकर पढ़ना काफी मदद करेगा। अपने आप पर बिल्कुल भरोसा करना चाहिए। अपने आत्मविश्वास को किसी भी तरह कम न होने दें। अगर ऐसा हुआ तो आप तैयारी में अपना पूरा ध्यान नहीं लगा पाएंगे।