मुजफ्फरपुर में अवैध तरीके से भारत में घुसे चीनी नागरिक ली जियाकी की मौत के 45 दिन के बाद परिजन मुजफ्फरपुर पहुंचे। इसके बाद चीनी संस्कृति के अनुसार शहर के शमशान घाट में दाह संस्कार कराया गया। इसके पहले परिजनों ने मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पहले चीनी रिचुअल को फॉलो किया फिर दाह संस्कार कराया गया।
5 जून को पकड़े जाने के बाद ली जियाकी ने जेल में खुद को घायल कर किया था। इलाज के दौरान SKMCH में उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद मामले की जानकारी चीनी एंबेसी को दी गई थी। कोलकाता एंबेसी के अधिकारियों ने इस मामले की जानकारी परिजनों को दी। आज परिजन पहुंचे और फिर दाह संस्कार कराया। चीनी संस्कृति रिवाज से करवाई किया फिर दाह संस्कार के बाद ली जियाकी के अवशेष को एक बर्तन में लेकर चले गए।
क्या बोले सिटी SP
पूरे मामले में सीटी एसपी अवधेश दीक्षित ने कहा बीते माह इलाज के दौरान मौत के बाद चीनी नागरिक ली जियाकी का शव सुरक्षित रखा गया था। चीनी अधिकारी के द्वारा उनके परिजन के आने की जानकारी दी गई थी।आज परिजन आए है और शहर के सिकंदरपुर में स्थित मुक्ति धाम में चीनी पद्धति से पूजन और अन्य रिचुअल के बाद उनके शव का भारतीय पद्धति से दाह संस्कार कराया गया है।और जिसके बाद से उनके शव के अंत्येष्टि को लेकर के जा रहे हैं। परिजन के द्वारा बताया गया है कि ली जियाकी के द्वारा बिना बताए भारत में आए थे नेपाल में आने की भी जानकारी उन्होंने अपने परिजन को नहीं दी थी।