गया में दो दिन से लापता जवाहर नवोदय विद्यालय के 11वीं के छात्र का शव शनिवार को तेतर डैम से मिला है। 14 साल के प्रिंस कुमार की कमर में भारी पत्थर बांधकर उसे डैम में फेंका गया था। प्रिंसिपल ने बताया कि गुरुवार को वो बाल कटवाने का बोलकर स्कूल से निकला था। जिसके बाद से गायब हो गया। उसका शव स्कूल ड्रेस में ही बरामद हुआ है।
स्कूल प्रिंसिपल एके सिंह ने अतरी थाने में बच्चे के लापता होने की शिकायत की थी। वहीं, परिजनों ने वजीरगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। ये स्कूल अतरी के जेठीयन में स्थित है। बच्चे के पिता का नाम दिनेश प्रसाद है। मामले की जांच के लिए पुलिस शुक्रवार को जब स्कूल पहुंचे थी तो प्रिंसिपल पुलिस के साथ बहस करने लगा। प्रिंसिपल ने कहा कि बच्चा जिस शर्ट में गायब हुआ है, उस शर्ट के अलावा जिंदा या मुर्दा मिले तो हमें बताइएगा।
16 जुलाई को मां से फोन पर बात की थी
प्रिंस के पिता दिनेश मिस्त्री का कहना है कि 16 जुलाई को स्कूल के फोन से घर पर प्रिंस ने अपनी मम्मी से बात की थी। उस दिन तक सब ठीक था। स्कूल प्रिंसिपल के खिलाफ बच्चे ने पहले में किसी प्रकार की कोई शिकायत नही की थी। एक बार आपस में लडकों के बीच मारपीट की शिकायत प्रिंस ने की थी। इसके बारे में हमने प्रिंसिपल को भी बताया था। उसके बाद क्या हुआ स्कूल की ओर से नहीं बताया गया।
आम लोगों को नहीं है डैम के पास जाने की परमीशन
जिस तेतर डैम से बच्चे का शव बरामद हुआ है। वहां आम लोगों को जाने की इजाजत नहीं है। पुलिस का पहरा भी वहां होता है। एसडीओ की इजाजत के बगैर बाहरी व्यक्ति वहां नहीं जा सकते। ऐसे में छात्र डैम तक कैसे पहुंचा यह एक बड़ा सवाल है।
डीएसपी प्रकाश कुमार का कहना है कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस हर पहलू से इसकी जांच कर रही है। फिलहाल शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा जा रहा है। पुलिस मृत छात्र के परिजनों से जानकारी ले रही है।
केंद्र सरकार के इतने बड़े स्कूल में नाई की व्यवस्था स्कूल के अंदर या फिर कांट्रैक्ट पर होती है। वह भी स्कूल के अंदर। फिर बच्चे को स्कूल से बाहर क्यों बाल कटवाने को भेजा गया। इस सवाल का जवाब प्रिंसिपल एके सिंह नही दे सके।