बांग्लादेश में हिंसक विरोध प्रदर्शन के बीच शेख हसीना प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ दिया है। वहीं, हिंसा के बीच प्रदर्शनकारियों ने पूर्व पीएम शेख हसीना के घर यानी प्रधानमंत्री आवास पर घुसे प्रदर्शनकारियों ने जमकर उत्पात मचाया और वहां लूटपाट की।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही वीडियो और तस्वीरों में आप देख सकते हैं कोई पीएम आवास से प्रोटेस्टर्स सामान उठाकर ले जा रहे हैं।
1971 में जब बांग्लादेश को पाकिस्तान से आजादी मिली थी, तब शेख मुजीबुर रहमान ने इस आंदोलन की अगुवाई की थी. 5 अगस्त को प्रदर्शनकारियों ने उनकी बेटी शेख हसीना के खिलाफ सड़कों पर उतरकर मुजीब की प्रतिमा को तोड़ दिया. यह तस्वीर अब बांग्लादेश के इतिहास में हमेशा के लिए दर्ज हो गई है.
वहीं, कल बांग्लादेश के पीएम हाउस की भी तस्वीरें सामने आईं. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कई फुटेज वायरल हुए, जिनमें प्रदर्शनकारियों को पीएम हाउस के बेडरूम में आराम करते देखा जा सकता है. प्रदर्शनकारियों को पीएम हाउस के लॉन में टहलते और सामान लूटते भी देखा गया. एक वीडियो में कुछ लोग पीएम हाउस के किचन से चिकन उठाकर खाते हुए दिख रहे हैं.
बांग्लादेश के आर्मी चीफ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, ‘सेना के साथ चर्चा में मुख्य राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि मौजूद थे। छात्रों से अनुरोध है कि वे शांत रहें और घर वापस जाएं। देश में कर्फ्यू या किसी आपातकाल की जरूरत नहीं, आज रात तक संकट का समाधान ढूंढ लेंगे। पीएम शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है। देश को अंतरिम सरकार चलाएगी।’
बांग्लादेश में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। बांग्लादेश में जारी हिंसा के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना ने ढाका छोड़ दिया है। हसीना किसी सुरक्षित स्थान के लिए निकली हैं। इस बीच ढाका में बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री आवास में दाखिल हो गए हैं।
प्रदर्शनकारियों ने कई अहम रास्तों पर भी कब्जा कर लिया है। इंटरनेट को पूरी तरह बंद दिया गया है। इस बीच मुख्य विपक्षी पार्टी BNP के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में सड़कों पर उतर आए हैं, जो सत्तारूढ़ अवामी लीग के कार्यकर्ताओं को निशाना बना रहे हैं।
बांग्लादेश में प्रदर्शनकारियों और हसीना के समर्थकों के बीच देश के विभिन्न हिस्सों में झड़पें हुई हैं। प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री आवास में दाखिल हो गए हैं। इन झड़पों में 300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। झड़पें रविवार की सुबह हुईं जब प्रदर्शनकारी ‘स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन’ के परचम तले आयोजित ‘असहयोग कार्यक्रम’ में भाग लेने पहुंचे। अवामी लीग, छात्र लीग और जुबो लीग के कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध किया जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच झड़प हुई।
इस बीच राजधानी ढाका सहित देशभर में सेना तैनात कर दी गई है। सड़कों से पुलिस को हटा दिया गया है।