बिहार में सातवें चरण के पंचायत चुनाव को लेकर उम्मीदवारों द्वारा किया जा रहा प्रचार शनिवार की शाम को बंद हो गया और इस चरण के लिए 15 नवंबर को मतदान होगा।
इस चरण में राज्य के 37 जिलों के 63 प्रखंडों में मतदान होगा। इसके लिए सभी संबंधित प्रखंडों में 12,786 मतदान केंद्र बनाए गए। सातवें चरण के चुनाव को लेकर करीब 45 हजार सुरक्षाकर्मियों की तैनाती गयी है। इस चरण में 72 लाख 85 हजार 589 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। इनमें 38 लाख 34 हजार पुरुष एवं 34 लाख 50 हजार 436 महिला मतदाता और 272 अन्य मतदाता शामिल हैं। इस चरण में 1 लाख 807 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा। इनमें 47,170 पुरुष और 53,637 महिला उम्मीदवार शामिल हैं। इस चरण में 2207 सीटों पर निर्विरोध चुनाव संपन्न हुआ है।
4633 बूथों के वोटों की गिनती ओसीआर तकनीक से हुई
राज्य के छठे चरण के पंचायत चुनाव में 37 जिलों के 4633 बूथों के वोटों की गिनती ओसीआर तकनीक (ऑप्टिकल कैरेक्टर रिकॉग्निशन) के माध्यम से हुई। खबर लिखे जाने तक मिली जानकारी के अनुसार जिला परिषद सदस्य के लिए 1138 बूथों, मुखिया के लिए 1193 बूथों, पंचायत समिति सदस्य के लिए 1009 बूथों और ग्राम पंचायत सदस्य के लिए 1293 बूथों के वोटों की ओसीआर तकनीक से गिनती की गई।
कांटी व मीनापुर में वोटिंग कल
मुजफ्फरपुर में सोमवार को जिले के कांटी व मीनापुर में पंचायत चुनाव के लिए रविवार को मतदान कर्मी बूथों पर रवाना होंगे। दोनों प्रखंड के 683 बूथों पर निष्पक्ष व शांतिपूर्ण चुनाव के लिए व्यापक सुरक्षा तैयारी की गई है। मतदाताओं की सुविधा के लिए जिला व प्रखंड स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किये गए हैं व सेक्टर, जोनल व सुपर जोनल दंडाधिकारी की भी तैनाती की गई है। चुनाव तैयारी को लेकर जिला स्तर पर दोनों प्रखंड स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। दोनों प्रखंडों में चुनाव को लेकर धारा 144 भी लागू की गई है व किसी भी तरह के हथियार के साथ चलने व समूह में खड़ा होने की मनाही कर दी गई है। निष्पक्ष व शांतिपूर्ण चुनाव के लिए सेक्टर पदधिकारी के अलावा जोनल व सुपर जोनल दंडाधिकारियों की भी तैनाती की गई है।
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