आखिर क्या है ये 50 ग्राम चमकती चीज, जिसकी कीमत है करीब 850 करोड़ रुपये

गोपालगंज में दुनिया के दूसरे सबसे महंगे रेडियोएक्टिव कैलिफोर्नियम को जब्त किया गया है। इसके एक ग्राम की कीमत 17 करोड़ रुपए5है। जिले के कुचायकोट थाना क्षेत्र के बल्थरी चेकपोस्ट पर पुलिस ने 50 ग्राम कैलिफोर्नियम बरामद किए हैं। इसको लेकर गोपालगंज के एसपी स्वर्ण प्रभात ने कहा कि STF, SOG7, DIU और कुचायकोट थाने की पुलिस की संयुक्त टीम ने 50 ग्राम Californium (एक बहुमूल्य रेडियोएक्टिव पदार्थ) की तस्करी करते हुए तीन तस्करों को पकड़ा है। इसके साथ ही तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें एक तस्कर और दो लाइनर शामिल है। फिलहाल सभी अभियुक्तों से पुलिस पूछताछ कर रही है।

बरामद रेडियोएक्टिव की कीमत करीब 850 करोड़ रुपए बताई जा रही है। ये एक प्रतिबंधित रेडियोएक्टिव पदार्थ है, भारत में आम आदमी इसको खरीद या बेच नहीं सकता।

इसका इस्तेमाल न्यूक्लियर वेपन्स, न्यूक्लियर प्लांट से बिजली उत्पादन, पोर्टेबल मेटल डिटेक्टर बनाने में होता है। साथ ही ब्रेन कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के इलाज में भी इसका इस्तेमाल होता है।

गिरफ्तार तस्करों में एक कुशीनगर जिले के परसौनी गांव का रहने वाला है जबकि दो लाइनर गोपालगंज जिला के हैं जिनके नाम चंदन गुप्ता और चंदन राम हैं. रिपोर्ट के मुताबिक बीते कई महीनों से तस्कर इस एलिमेंट को बेचने की कोशिश में लगे हुए थे. पुलिस ने गुप्त सूचना पर कारवाई करते हुए तस्करों को गिरफ्तार कर एलिमेंट को बरामद कर लिया.

बरामद किया गया एलिमेंट रेडियोएक्टिव पदार्थ है जिसकी जांच के लिए  FSL की विशेष टीम को बुलाया गया. इसके अलावा डिपार्टमेंट ऑफ एटोमिक एनर्जी को भी सूचना दी गई है. पहले जानकारी दी गई कि इस एलिमेंट की टेस्टिंग IIT मद्रास में की गई जिसके बाद पता चला कि यह पुदुचेरी के न्यूक्लियर पावर कंपनी का है.

हालांकि बाद में फिर पुलिस की तरफ से बताया गया कि जो जांच सर्टिफिकेट में लिखा गया है उस संबंध में IIT मद्रास के प्रोफेसर से बात करने पर उन्होंने उसे फर्जी बताया है. पुलिस ने कहा कि इस मामले में अभी और जांच की जरूरत है.

Share This Article.....

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *