बिहार के जिला मुजफ्फरपुर से एक फर्जी दरोगा का मामला सामने आया है. जहां वो सड़क पर लोगों से दरोगा के वर्दी को पहनर वसूली कर रहा था. ये पूरा मामला मुजफ्फरपुर जिले के बोचहां थाना क्षेत्र के शर्कुद्दीनपुर का है. जहां रात को वाहन चेकिंग कर रहे एक फर्जी दरोगा को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
बहन से राखी बंधवाने घर से पुलिस की वर्दी और बैच लगाकर निकला शख्स रास्ते में वाहन चेकिंग और वसूली करने लगा. इतने में थाने की गाड़ी वहां पहुंच गई. पुलिस को देख वर्दीधारी वहां से भागने लगा. फिर खदेड़कर पुलिस के जवानों ने उसे पकड़ा. पूछताछ में फर्जी दारोगा बनने की पीछे शख्स ने जो कहानी बताई वो चौंकाने वाली है.
पुलिस ने थाने लाकर जब उससे पूछताछ की गई तो उसने अपना नाम श्रवण कुमार बताया. वह बोचहां के रोशी का रहने वाला है. उसने बताया कि वह सीतामढ़ी से वर्दी खरीद कर लाया था. वह दारोगा की वर्दी में बहन से राखी बांधवाना चाहता था. इसलिए वर्दी खरीदी थी. घर से निकलने के बाद उसने ऐसा काम पहली बार किया और पकड़ा भी गया.
दारोगा बन कर रहा था वाहनों से वसूली
दरअसल, बोचहां थाना क्षेत्र के शर्कुद्दीनपुर में रविवार की रात वाहन चेकिंग कर रहे एक फर्जी दारोगा को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. मामले में एएसआई निहाल रंजन कुमार के बयान पर आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. इसके बाद पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया.
पुलिस की वर्दी में बहन से राखी बंधवाने का था शौक
अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी मुजफ्फरपुर सहरियार अख्तर ने बताया कि रविवार शाम सूचना मिली कि एक व्यक्ति खुद को दारोगा बताकर गाड़ियों से वसूली कर रहा है. गश्ती दल को मौके पर भेजा गया. पुलिस को देखते ही आरोपी भागने लगा. खदेड़कर उसे पकड़ा गया. गिरफ्तार श्रवण कुमार ने पूछताछ में बताया कि वह राखी पर घर आया था. वह दारोगा की वर्दी में बहन से राखी बांधवाना चाहता था. इसलिए वर्दी खरीदी थी. वह सीतामढ़ी में स्मॉल फाइनेंस में काम करता है.