‘हेड कांस्टेबल से किडनैपर बने बाप की कहानी’, ऐसी कहानी जिसे पढ़ सब रोये..

जयपुर किडनैपिंग मामले में बहुत बड़ा ट्विस्ट आ गया है। शुक्रवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा था, जिसमें देखा जा सकता है कि एक दो साल का मासूम एक शख्स से लिपटकर जोर-जोर से रो रहा है। उस शख्स पर बच्चे को अगवा करने का आरोप है। आरोपी ने जब बच्चे का किडनैप किया था तब वह सिर्फ 11 महीने का था। बच्चा उसके साथ 14 महीने से रह रहा था। आरोपी ने बच्चे को प्यार से अपने पास रखा था। उसने बच्चे को मां और पिता दोनों का प्यार दिया। उसका ख्याल रखा था। हालांकि पुलिस बच्चे की तलाश कर रही थी और आरोपी को पकड़ने के बाद बच्चे को सही सलामत बरामद कर उसके मात-पिता को सौंप दिया है।

14 जून 2023 को राजस्थान की राजधानी जयपुर में सांगानेर सदर इलाके से 11 महीने के बच्चे पृथ्वी का अपहरण हो जाता है. किडनैपर की भी पहचान हो जाती है… किडनैपर का नाम, तनुज चाहर बताया जाता है जो बच्चे की मां के जानने वालों में से था और यूपी के अलीगढ़ में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात था. केस दर्ज होने पर जयपुर पुलिस ने सबसे पहले पुलिस लाइन अलीगढ़ में हेड कांस्टेबल तनुज की तलाश की, लेकिन आरोपी अपनी ड्यूटी से भी गैर-हाजिर चल रहा था. बाद में यूपी सरकार ने तनुज को सस्पेंड भी कर दिया था. पुलिस ने हार नहीं मानी और वह कई राज्यों में मासूम की खोज करती रही. जब कहीं से कुछ पता नहीं चला तो पुलिस ने आरोपी पर 25 हजार रुपये का इनाम रख दिया. इसके बाद जयपुर पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी तनुज ने अपनी दाढ़ी बढ़ा ली है और साधु का चोला ओढ़कर मथुरा-वृंदावन के खादर क्षेत्र में कहीं कुटिया बनाकर रह रहा है, उसके पास बच्चा भी है जिसे वह ‘कृष्ण’ बनाकर रखता है और खुद साधु बनकर रहता है. पुलिसकर्मियों ने भी साधु का भेष बनाया और भजन-कीर्तन करते हुए इस ‘साधु’ की कुटिया में जा पहुंचे. लेकिन ना जाने कहां से आरोपी को पुलिस की खबर लग गई, उसने बच्चे को गोद में उठाया और खेतों की ओर भाग निकला, लेकिन आखिरकार पुलिस की महनत सफल हुई और आरोपी ‘बदमाश’ पकड़ा गया. आरोपी को पकड़कर पुलिस उसे थाने ले आई.

आरोपी से बच्चा छीनते वक्त जो हुआ उससे पुलिस भी हैरान

बच्चे को जब आरोपी से छीना जा रहा था तब वहां जो हुआ वह देख पुलिस भी हैरान रह गई। असल में बच्चा अपनी मां के पास जाने को तैयार नहीं था। पुलिस ने जैसे-तैसे बच्चे को उसके परिजन को सौंपा। बच्चा चिल्ला-चिल्ला कर आरोपी से लिपटकर रोए जा रहा था। वह मां की गोदी से किसी भी तरह से आरोपी के पास जाना चाह रहा था। बच्चे को रोता हुआ देख आरोपी भी रोने लगा। पुलिस ने आरोपी को कस्टडी में रखा था। अब इस कहानी में नया मोड़ आ गया है।

आरोपी का दावा, बच्चा उसका है

बच्चे को अगवा करने वाले आरोपी तनुज चाहर ने दावा किया है कि वह बच्चा उसका ही है। वही उस बच्चे का पिता है। यह भी जानकारी सामने आई है कि वह यूपी पुलिस का निलंबित हेड कॉन्स्टेबल है। चाहर का दावा है कि पुलिस चाहे तो उसका डीएनए टेस्ट करा ले। मासूम उसका बेटा है, बच्चे को उसे दे दिया जाए। आरोपी का दावा है कि बच्चे की मां उसकी बुआ की बेटी है। वह उससे सालों से प्यार करता है। परिजन को इसकी भनक लगी तो खाप पंचायत बैठी और घरवालों ने चुपके से उसकी शादी जयपुर में करा दी।

प्यार को पाने के लिए दर-दर भटका

प्रेमिका की शादी होने के बाद भी उसने उसे प्यार करना नहीं छोड़ा और उसे पाने के लिए पुलिस की नौकरी छोड़कर भिखारी तक बन गया। वह उसे खोजने निकल गया। वह जयपुर के फुटपाथ पर सोया, मजदूरी भी की। एक दिन उसे उसकी खोयी हुई प्रेमिका मिल गई। इसके बाद उसने प्रेमिका के पति से व्यवहार बनाया और उसके पति से दोस्ती कर उसके घर आना-जाना शुरु कर दिया। लड़की ने अपने प्यार की बात अपने पति को बता दी, हालांकि इस दौरान वह प्रेग्नेंट हो गई और कुछ महीने बाद बच्चे को जन्म दिया।

हालांकि इसके बाद महिला ने चाहर से रिश्ता खत्म कर लिया। दोनों के बीच झगड़े शुरू हो गए। चाहर ने महिला पर उसके साथ चलने का दबाव बनाया मगर बात नहीं बनी तो पिछले साल 14 जून 2023 को अपने दोस्तों के साथ मिलकर बच्चे को उठाकर अपने पास लेकर आया। हालांकि उसने बच्चे को कोई नुकसान नहीं पहुचाया। ना ही उसने बच्चे की मां को कभी धमकी दी। वह चाहता था कि बच्चे की मां भी उसके साथ रहे।

11 महीने का बच्चा अब दो साल का है

जिस बच्चे को वह जबरन अपने साथ ले गया था अब वह 2 साल है, बच्चा उसे ही अपना मानता है और उसी के गले लिपटकर रो रहा है। 14 महीने तक पुलिस से बचने के लिए वह बच्चे को लेकर कई राज्यों में भटकता रहा मगर बच्चे को खरोंच तक नहीं आई। किडनैपर को तो अपहरण के बदले फिरौती चाहिए होती है मगर चाहर ने ऐसा कुछ भी नहीं किया। वह बच्चे की मां को फोन करता था मगर सिर्फ उसका हाल जानने के लिए।

शादीशुदा है चहर

यह भी जानकारी सामने आई है कि चाहर पहले से शादीशुदा है मगर प्रेमिका के लिए अपनी पत्नी को छोड़कर साधु बन गया। उसका 21 साल का एक बेटा भी है। चाहर की पत्नी ने उसके ऊपर भरण पोषण का मुकदमा दर्ज कराया है। फिलहाल इस घटना में आगे और मोड़ आने की संभावना है, देखिए आगे क्या नई जानकारी सामने आती है। पुलिस इस गुत्थी को सुलझाने में लगी हुई है। इसी बीच सोशल मीडिया पर कुछ लोगों की सहानुभूति चाहर के साथ जुड़ गई है, लोगों का कहना है कि एक बच्चे के पिता को किडनैपर कहना ठीक नहीं है। हालांकि कई लोगों की इस पर अलग राय है।

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