मुजफ्फरपुर जिले के साहेबगंज थाने के बल्थी नरहर गांव में सौ रुपये के लिए पीट-पीटकर मार डाले गए अधेड़ बखन पासवान के शव का दाह संस्कार करने से रोका गया। घटना के दूसरे दिन पोस्टमार्टम से शव आने के बाद जब लोग श्मशान पहुंचे तो आरोपित पक्ष का एक व्यक्ति दाह संस्कार में व्यवधान डाला। केस करने पर फिर अंजाम भुगतने की धमकी दी। सूचना पर दल बल के साथ दारोगा मो. रुस्तम गांव पहुंचे और पुलिस निगरानी में दाह संस्कार कराया गया।
दारोगा मो रुस्तम ने बताया कि पुलिस के पहुंचने से पहले सभी फरार हो गए थे। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। परिजन के बयान पर शराब धंधेबाज शत्रुघ्न व उसकी पत्नी और विजय पर हत्या की एफआईआर दर्ज की गई है। धमकी देने वाले व दाह संस्कार में बाधा डालने वाले का नाम केस में अप्राथमिक अभियुक्त के रूप में जोड़ा जाएगा। पुलिस गांव पर नजर रख रही है। यहां कई घरों में शराब बनाए जाने की सूचना है। इसपर भी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल स्थिति नियंत्रित है।
पुलिस के आने की भनक लगते ही दाह संस्कार से रोक रहा रटन कुमार व अन्य वहां से भाग निकला। इसके बाद पुलिस, स्थानीय मुखिया मनोज पासवान, सुरेश पासवान, वीरेंद्र महतो समेत कई सामाजिक कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में शव का दाह संस्कार हुआ।
नशे की लत ने किया बर्बाद
घास बेचकर दो जून की रोटी का जुगाड़ करने वाली बल्थी नरहर की रीना देवी के ऊपर पति की हत्या के बाद दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। अगल-बगल की महिलाएं उसे ढांढ़स बंधा रही है। अब अपने तीन बेटों का मुंह देखकर जीने का दिलासा दे रही हैं। उसका पति बखन पासवान रजाई और तोशक भरने का काम करता था। लेकिन नशे की लत के कारण कम ही काम करता था जिसके कारण परिवार कर्ज में डूबा है।
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